बेतिया। राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस के अवसर पर 7 नवंबर से 14 नवंबर के मध्य पूरे जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में निशुल्क कैंसर रोग परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला एनसीडी ओपीडी में एनसीडीओ डॉक्टर मुर्तजा अंसारी ने कैंसर रोग की रोकथाम एवं जनमानस में इसके प्रति जागरूकता हेतु जानकारी दी, साथ ही ओपीडी के शिविर में आए मरीजों को सामान्य कैंसर (मुंह, स्तन एवं गर्भाशय) के स्क्रीनिंग के साथ इसके संभावित लक्षणों एवं इससे रोकथाम के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
माइक इन एवं फ्लेक्स बैनर के माध्यम से प्रचार
एनसीडीओ ने कहा कि आम जनमानस में इससे संबंधित संदेश को माइकिंग एवं फ्लेक्स बैनर के माध्यम से प्रचारित किया गया। डॉक्टर अंसारी ने कहा कि ओरल कैंसर एक बड़ी समस्या है, क्योंकि डब्ल्यूएचओ के अनुसार 1.5 मिलियन से बढ़कर 1.7 मिलियन 2035 तक होने की संभावना जताई गई है। इसके मुख्य कारण में तंबाकू, धुआं जनित सिगरेट, धुआं रहित गुटखा एवं सुपारी के साथ-साथ अल्कोहल एवं एचपीभी (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस) जो नम जगहों पर कैंसर होने में योगदान करता है। गुटका एवं जर्दा का सेवन मुंह के कोशिका के अंदर डीएनए में बदलाव का कैंसर करा देता है। सर्वाइकल कैंसर( एक लाख में दस महिलाएं) में भी एचपीवी को अहम भूमिका होती है।
सबसे अति महत्वपूर्ण बात यह है कि मुंह एवं कारमिक्स की साफ-सफाई (हाइजीन) पर ध्यान रखकर इससे बचा जा सकता है। वहीं स्तन कैंसर 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करता है जिसका नियमित जांच से बचाव किया जा सकता है। ऐसा पाया गया है कि स्तनपान ज्यादा कराने वाली महिलाएं इससे कम प्रभावित होती है। स्तन कैंसर पुरुषों में भी होता है जिसकी संभावना 60 वर्ष से अधिक आयु से अधिक पाया जाता है। इस अवसर पर एनसीडीओ मुर्तुजा अंसारी, एफएलसी कन्हैयाजी, फिजियोथैरेपिस्ट रूमान जावेद व अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।
कैंसर से बचाव के लिए संतुलित आहार जरूरी
डब्लूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में भारत में कैंसर मरीजों की संख्या लगभग 25 लाख से ज्यादा है। नेशनल हेल्थ प्रोफाइल रिपोर्ट-2019 के अनुसार हर साल करीब 70 हजार लोगों की मौत कैंसर की वजह से होती है। जिनमें से 80 प्रतिशत मौतें लोगों के उदासीन रवैये के कारण होती है। कैंसर से बचाव के लिए लोगों को संतुलित खान-पान का सेवन करना चाहिए। जिसमें ताजे फल व हरी सब्जियां मुख्य रूप से शामिल हैं। इनमें मौजूद विटामिन व मिनिरल्स कैंसर की आशंका को कम करने में सहायक होता हैं। इसके अलावा नियमित व्यायाम और शरीर का सन्तुलित वजन भी कैंसर होने से बचाए रखने में सहायक होता है।