मोतीहारी: 4 जनवरी से जिले में होगी नाइट ब्लड सर्वे की शुरुआत
– जागरूकता के साथ रात्रि 8:30 से 12 बजे तक होगी रक्त की जाँच
-10 फ़रवरी से चलेगा सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम
मोतिहारी। जिले के 23 प्रखंडों में माइक्रो फाइलेरिया की दर जानने को नाइट ब्लड सर्वे का आयोजन 04 जनवरी 2024 से किया जाएगा। इसको लेकर जिला मलेरिया कार्यालय में डीभीडीसीओ डॉ शरतचंद्र शर्मा की अध्यक्षता में जिले में नाइट ब्लड सर्वे एवं सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। डीभीडीसीओ डॉ शर्मा ने डब्ल्यूएचओ के ज़ोनल एनटीडी कोऑर्डिनेटर डॉ माधुरी देवराजू, पीसीआई एवं सीफार के जिला प्रतिनिधि से जन जागरूकता एवं कार्यक्रम में सहयोग करने को कहा है। उन्होंने बताया कि 4 जनवरी से जिले के 23 प्रखंडों में निःशुल्क नाइट ब्लड सर्वे की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने बताया कि हाल ही में लैब टेक्नीशियन का प्रशिक्षण करा लिया गया है। बताया कि जन जागरूकता के साथ रात्रि 8:30 से 12 बजे तक लोगों के रक्त की जाँच की जाएगी। जिससे लोगों में छुपे हुए माइक्रो फाइलेरिया की दर की जानकारी मिलेगी। उसके बाद 1 प्रतिशत से ज्यादा फाइलेरिया की दर होने पर सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाएगा।
जागरुकता फैलाकर ही फाइलेरिया के प्रसार दर पर रोक संभव:
डीपीएम ठाकुर विश्वमोहन ने बताया कि चयनित प्रत्येक स्थायी और अस्थायी एनबीएस साइटों पर
रात 8:30 से 12 बजे तक 3 सौ लोगों के रक्त नमूने लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जागरूकता फैलाकर ही फाइलेरिया के प्रसार दर पर रोक संभव है। बता दें कि फाइलेरिया हाथीपाँव से ग्रस्त होने पर व्यक्ति का जीवन अपंग की तरह हो जाता है। फाइलेरिया का इलाज सम्भव नहीं है। इससे बचने के लिए समय पर जाँच कराकर इसके परजीवी की पहचान करना जरूरी होता है। फाइलेरिया की जाँच हेतु निःशुल्क जाँच शिविर लगाया जायेगा। जिसमें आपसभी से आग्रह है कि स्थानीय स्तर पर जाँच शिविर में जाकर रक्त की जाँच करवाएं।
10 फ़रवरी से चलेगा सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम:
जिले के वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरत चंद्र शर्मा ने बताया कि 10 फ़रवरी से चलने वाले सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु मंदिर- मस्जिदों धार्मिक गुरुओं, जनप्रतिनिधियों, मुखिया, वार्ड पार्षद, शिक्षक, समाजसेवियों सहित कई विभागों से सम्पर्क किया जा रहा है । ताकि अधिक से अधिक लोग सर्वजन दवा का सेवन करें।
मौके पर आरबीएसके डीसी डॉ मनीष कुमार, भीडीसीओ धर्मेंद्र कुमार, सत्यनारायण उरांव, डब्ल्यूएचओ के ज़ोनल कोऑर्डिनेटर माधुरी देवराजू, पीसीआई के मनोज कुमार, सीफार के सिद्धांत कुमार, चंद्रभानु सिंह, धीरज कुमार व अन्य लोग उपस्थित थे।