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मोतिहारी – गर्भवती महिलाओं में एनीमिया होना खतरनाक : सीएस

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मोतिहारी। गर्भवती महिलाओं को ठंढ के मौसम में अपने स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखना चाहिए, स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही भारी पड़ सकती है। गर्भवती महिलाओं को ठण्ड के मौसम में गर्म व संतुलित भोजन करना चाहिए, साथ ही चिकित्सक के सलाह के अनुसार सही मात्रा में आयरन, कैल्शियम की दवा का सेवन करना चाहिए- यह कहना है पूर्वी चम्पारण के सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार का।  उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं में  शुरुआती तौर पर एनीमिया का होना आम बात है, परन्तु यह अधिक समय तक रहने पर खतरनाक हो जाता है। एनीमिया के कारण जच्चा- बच्चा की जान पर भी खतरा हो सकता है। इससे बचने के लिए समय समय पर महिला चिकित्सकों से जाँच करानी  चाहिए।

एनीमिया क्या है

सदर अस्पताल में कार्यरत महिला चिकित्सक डॉ सुरुचि कुमारी ने बताया कि शरीर में खून की कमी को एनीमिया कहते हैं। एनीमिया रोग में शरीर में फॉलिक एसिड, आयरन और बिटामिन B12 की कमी हो जाती है। शरीर में किसी कारण से जब रेड ब्लड सेल्स में कमी आ जाती है तो व्यक्ति एनीमिया रोग से ग्रसित हो जाता है। शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा तय मात्रा से कम हो जाती है। गर्भवती महिलाओं में एनीमिया, प्रसव के दौरान या इसके बाद कई जटिलताओं व जोखिम को जन्म देता है। जैसे समय से पूर्व प्रसव का दर्द, जन्म के समय शिशु का वजन कम होना, कमजोर शिशु, मृत शिशु का जन्म आदि।

एनीमिया के कारण संक्रमण का भी रहता है खतरा

गर्भावस्था में संक्रमण का भी खतरा रहता है। परजीवी संक्रमण जैसे मलेरिया, डेंगू या हुक वर्म आदि के कारण भी शरीर में खून की भारी कमी हो जाती है। इसलिए बीमारियों से बचाव करना भी गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है।

संतुलित आहार के साथ आयरन गोली है  कारगर

सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि गर्भवती महिला की हर माह प्रसव पूर्व जांच आवश्यक है। ताकि एनीमिया का पता लगाया जा सके। उन्होंने बताया कि एनीमिया के हल्के प्रभाव को संतुलित आहार से पूरा किया जा सकता है। जबकि गंभीर एनीमिया के लिए दवाइयों का इस्तेमाल होता है। गंभीर एनीमिया का तुरंत उपचार जरूरी है। अन्यथा जोखिम बहुत अधिक होता है। 

एनीमिया से बचना है जरूरी

एनीमिया से बचने के लिए इन चीज़ों का प्रयोग जरूरी है जैसे- पालक, हरी सब्जी व मछली, दूध व अंडा आदि का नियमित सेवन। ये शरीर में आयरन की मात्रा को बढ़ाते हैं। सीएस ने बताया कि गर्भावस्था में बहुत अधिक चाय व कॉफी के सेवन से बचना चाहिए। अच्छी नींद लेनी चाहिए। गुड़ और चना का सेवन काफी लाभप्रद होता है। इसके साथ चुकंदर, सूखे मेवे व मौसमी फल जरूर लें।

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