शिवहर। निक्षय मित्र के जरिये टीबी मरीजों को न सिर्फ आर्थिक मदद मिलेगी, बल्कि मानसिक तौर पर भी मजबूती मिलेगी। जिले में निक्षय मित्र के जरिये बड़ा बदलाव आ सकता है। इसकी शुरुआत हो चुकी है। जिले में एक साथ तीन लोग निक्षय मित्र बने हैं। सबसे पहले जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. जेड जावेद ने दो टीबी मरीजों को गोद लेकर उदाहरण पेश किया है। वहीं परसौनी बैज के मुखिया भाग्यनारायण साह और अम्बा दक्षिणी के मुखिया प्रतिनिधि राजीव कुमार यादव ने एक-एक टीबी मरीज को गोद लिया है। ये निक्षय मित्र गोद लिए टीबी मरीजों को उनके छह महीने तक के पोषण से संबंधित जरूरतों को पूरा करेंगे। अब ये लोग न सिर्फ टीबी मरीजों की मदद करेंगे, बल्कि लोगों को निक्षय मित्र बनने के लिए जागरूक भी करेंगे।
सामूहिक प्रयास की जरूरत
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. जेड जावेद ने लोगों से निक्षय मित्र बनकर टीबी के खिलाफ जंग को मजबूती देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह देश ने सामूहिक प्रयासों से कोरोना के खिलाफ जंग जीती है, उसी प्रकार टीबी के खिलाफ जंग को जीतने के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य है। इस क्रम में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान शुरू किया गया। इस अभियान को जन-आंदोलन बनाने के लिए निक्षय मित्र योजना की शुरुआत की गई है। डॉ. जावेद ने कहा कि टीबी उन्मूलन अभियान को जन-आंदोलन बनाकर आमजन को बताना होगा कि इस बीमारी की रोकथाम संभव है। इसका इलाज आसान और नि:शुल्क है।
टीबी पीड़ित को गोद लेने की योजना है निक्षय मित्र
सीनियर डॉट प्लस टीवी सुपरवाइजर सुधांशु शेखर रौशन ने बताया कि निक्षय मित्र योजना टीबी से पीड़ित लोगों को गोद लेने की योजना है। इस योजना के तहत कोई भी स्वयंसेवी संस्था, औद्योगिक इकाई या संगठन, राजनीतिक दल या कोई भी व्यक्ति टीबी मरीज को गोद ले सकता है, ताकि वह इलाज में उसकी मदद कर सकें और उसके लिए हर माह पौष्टिक आहार की व्यवस्था कर सकें । इस अभियान के तहत निक्षय मित्र बनने वाले व्यक्ति या संस्था किसी ब्लॉक, वार्ड या जिले के टीबी रोगियों को गोद लेकर उन्हें भोजन, पोषण आदि जरूरी मदद उपलब्ध करा सकते हैं । इस अभियान से जुड़ने के लिए निक्षय पोर्टल www.nikshay.in पर रजिस्टर कर सकते हैं।