पटना : ख़ुशियों की उड़ान कार्यक्रम के साथ 16 दिवसीय पखवाड़े का समापन

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-जेंडर आधारित हिंसा व भेदभाव के खिलाफ -जन-जागरूकता अभियान का हुआ समापन

-समापन समारोह के दौरान किशोरियों और किशोरों को अभिव्यक्ति का मिला मंच 

-कविता, गायन और अभिनय के माध्यम से महिला हिंसा पर उठाए प्रश्न 

पटना। जेंडर आधारित हिंसा और भेदभाव को समाज से समाप्त करने के लिए पूरे विश्व में चलाये जा रहे 16 दिवसीय को बिहार में सहयोगी संस्था द्वारा भी चलाया गया। बीते माह 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक  चलाये गये जन जागरुकता अभियान चलाया का समापन विश्व मानवाधिकार दिवस के मौके पर मनेर प्रखंड के छोटकी कठौतिया पंचायत सरकार भवन के प्रांगण में “ख़ुशियों की उड़ान” कार्यक्रम आयोजित कर किया गया । इस दौरान विद्यालयों में कहीं छात्राओं को आत्म रक्षा के टिप्स बताए गए। वहीं कई गांवों और पंचायतों में जन-जागरुकता मार्च निकालकर महिलाओं को जागरूक किया गया। 

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कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद जानी-मानी समाजसेविका कंचल बाला ने कहा कि सहयोगी संस्था के द्वारा महिला हिंसा और जेंडर आधारित भेदभाव के प्रति महिलाओं को जागरूक करने की पहल काफी सराहनीय और बेहतर है। इस अभियान के माध्यम से महिलाएं भी जागरूक होंगी। ताकि महिलाएं भी अब पुरुषों के साथ-साथ कदम से कदम मिलाकर काम करेंगी। 

मौके पर सहयोगी संस्था के निर्देशिका रजनी ने कहा कि आज हम सबने पगड़ी पहनी है। इसके पीछे का उद्देश्य एक संदेश देना है। पगड़ी हमेशा से समाज में पुरुषों के नेतृत्व और वर्चस्व को प्रदर्शित करता रहा है। इसलिए यह जरूरी है कि वर्तमान समय में जब महिलाएं नेतृत्व के लिए आगे आ रही हैं, और इस पूरे पखवाड़ा का नेतृत्व सहयोगी टीम की महिलाओं और समुदाय की महिला नेतृत्वकर्ताओं ने किया है।

इस कार्यक्रम में महिलाओं ने पगड़ी पहनकर यह संदेश दिया कि ये अवसर की बात है। यदि महिलाओं और लड़कियों को भी बराबर अवसर प्राप्त हो तो वे भी नेतृत्व कर सकती हैं। ये संदेश उनलोगों के लिये अहम हो जाता है जिन्हें लगता है कि उनके घर की महिलाएं उनके जैसे अच्छे निर्णय नहीं ले सकती या बेटियां जिम्मेदारी नहीं ले सकती हैं। उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि अपने घर के महिलाओं और बेटियों को समान अवसर दें और उन्हें सहयोग करें और आगे बढ़ने दें। 

इस मौके पर आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक सुनीता कुमारी, समाज सेवी योगेंद्र चौधरी के अलावा बलुआं पंचायत के उप मुखिया अंशु देवी, वार्ड सदस्य किरण देवी, वार्ड नं- 2 के वार्ड सदस्य लीला देवी, वार्ड नं-1 की पंच आरती देवी के अलावा कई सदस्य शामिल थे।

इससे पहले समापन समारोह की शुरुआत सहयोगी संस्था के निर्देशिका रजनी ने कार्यक्रम के उद्देश्य और मुहिम को बताकर शुरू किया गया। इसके बाद कविता, डांस, गीत-गायन, कव्वाली और फोरम थियेटर के माध्यम से जेंडर आधारित हिंसा और भेदभाव को समाज से दूर करने का संदेश दिए गए। इस दौरान प्रतिभागियों ने एक से बढ़कर एक गीत-संगीत और डांस प्रस्तुत तक जागरुकता का संदेश दिया।

जिसमें स्वागत डांस मुस्कान एवं ग्रुप) ने किया। सुलेखा  तथा अन्य ने कविता पाठ किया। इसके अलावा सहयोगी टीम द्वारा महिलाओं एवं लड़कियों के साथ परिवार में होने वाले भेदभाव पर फोरम थिएटर आयोजित किया गया, स्पीच, कविता इत्यादि गतिविधियां शामिल की गई। सेल्फ़ी स्पॉट बनाया गया जहां किशोरियों ने अपने सपने के उड़ान का प्रतीकात्मक सेल्फ़ी लिया। इस अभियान में करीब छह सौ से ज्यादा लोगों ने भाग लिया।

सहयोगी से रजनी, उषा श्रीवास्तव, कुलसुम ख़ातून, रौनक़ हिना, प्रियंका देवी, रूबी कुमारी, सपना कुमारी, ऋतु कुमारी, शारदा कुमारी, बिंदु देवी, निर्मला देवी, मनोज कुमार, किशन कुमार, नीतीश कुमार, एवं धर्मेंद्र कुमार आदि ने भाग लिया।

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