स्त्री का हृदय स्नेह प्रधान तो पुरुष का हृदय बुद्धि प्रदान होता है : किशोरी प्रज्ञा पांडे
केसठ। बक्सर व रोहतास के सीमावर्ती क्षेत्र में अवस्थित श्री दुर्गा धाम शक्तिपीठ प्राचीन मंदिर पोंगाढ़ी में जगत जननी जगदंबा मां भवानी के कृपा स्वरूप विश्व कल्याणार्थ श्री दुर्गा सहस्त्र चंडी महादिव्य यज्ञ का दिव्य भव्य आयोजन शुक्रवार से हि किया गया है। इसके तहत शुक्रवार को जल भारी कार्यक्रम संपन्न हुआ।
तत्पश्चात शनिवार से विभिन्न जगहों से आए आचार्यो के द्वारा कथा कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है। जिसमें मुख्य रूप से आचार्य आचार्य श्री राम प्रवेश चतुर्वेदी सिद्धाश्रम बक्सर, परम श्रद्धेय श्री राम मोहन जी महाराज, आचार्या सुश्री किशोरी प्रज्ञा पांडे अयोध्या तथा अंतर्राष्ट्रीय कथा प्रवक्ता परम पूज्य प्रेमाचार्य श्री पीतांबर जी महाराज श्री धाम वृंदावन आगंतुक है।
जिन लोगों द्वारा श्रद्धालु श्रोताओं के बीच श्रीमद् भागवत कथा, श्री रामचरितमानस, शिव पुराण, देवी पुराण से आधारित कथा का रसपान श्रोताओं के बीच कराया जा रहा है। कथा के दौरान आचार्य श्री किशोरी प्रज्ञा पांडे ने कहा कि स्त्री का हृदय स्नेह प्रधान होता है और पुरुष का हृदय बुद्धि प्रधान होता है।
उन्होंने कहा कि स्त्री के हृदय में मातृ स्नेह, वात्सल्य स्नेह होता है तथा करुणामय होता है। उन्हें शीघ्र ही दया आ जाती है और किसी पर विश्वास भी कर लेती है। किसी के बातों में भी आ जाती है। और वहीं पुरुष जो भी करता है बुद्धि पूर्वक सोच समझ कर करता है। इसलिए स्त्री को श्रृंगार उसका आभूषण सब कुछ लज्जा होता है।
स्त्री को सबकी सेवा करने के साथ-साथ उसे शक्ति का संचार करना चाहिए। अर्थात समय पर अपने साहस को दिखाना चाहिए। इस तरह से अन्य आचार्यों द्वारा अपने अपने मुखारविंद से श्रोताओं के बीच ज्ञानयुक्त कथा का रसपान कराया गया। यज्ञ कार्यक्रम का नेतृत्व आचार्य श्री कृष्ण पांडे द्वारा किया जा रहा है।
यज्ञ में काशी, वाराणसी, वृंदावन अयोध्या सहित अन्य तीर्थ स्थलों से संत महात्मा भाग लिए हैं। यज्ञ स्थल पर हजारों हजार की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। प्रांगण में मेला का भी आयोजन किया गया है।
माता के दरबार में माता का दर्शन करने के लिए दर्शनाथियों की भीड़ उमड़ रही है। तथा लगातार शुद्ध घी का हवन जारी है। जिससे पूरा वातावरण गमगीन व भक्तिमय हो गया है। आचार्यों द्वारा कथा कार्यक्रम 15 जून तक चलेगा। वही यज्ञ का समापन विधिवत पूजन भव्य भंडारे के साथ 16 जून को होगा