विश्वास से चलता है परिवार, समाज और राष्ट्र : आचार्य धर्मेन्द्र
बक्सर. वेदांत, विज्ञान और विश्वास ही सृष्टि का आधार है.शरीर सांस से चलता है. वही विश्वास से परिवार, समाज और राष्ट्र चलता है. आज विश्वास का सबसे बड़ा संकट है. विश्वास का आधार संस्कार है.संस्कार के सृजन का आधार माता, पिता, परिवार, पास पडोस है.
उक्त बातें वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के पुर्व कुलपति आचार्य धर्मेन्द्र ने विश्व अध्यात्म मंडल के तत्वावधान में संचालित चलो चलें अध्यात्म की ओर अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में कही. उन्होंने कहा कि शरीर, मन और बुद्धि से किए गए कर्म को नारायण का मानना भक्ति का शुभारंभ है. वक्ताओं ने अध्यात्म विज्ञान समन्वय युक्त शिक्षा की जरूरत पर बल दिया.
वही प्रो. भानुप्रताप सिंह का एकल कविता पाठ भी हुआ. आगत महानुभावों का स्वागत अवकाश प्राप्त प्रधानाचार्य विजय शंकर सिंह ने किया. जबकि धन्यवाद ज्ञापन तरूण प्रियांशु कुमार ने किया. मौके पर प्रो.एके तिवारी, प्रो.भानु प्रताप सिंह, पं. विनय कुमार, राजेन्द्र सिंह, सुमन रामानुज वैष्णव दास समेत अन्य लोग मौजूद थे.