बक्सर। भोजपुरी गायक रोहित प्रधान आज की तारीख में किसी पहचान के मोहताज नहीं है। वे बक्सर जिला के थाना कृष्णाब्रह्म अंतर्गत छोटका ढ़काइच के निवासी हैं। ये हमेशा साफ-सुथरा गाने को बढ़ावा देने में लगे हुए हैं। आज के गायक-गीतकारों से बहुत मर्माहत हैं, जो चंद रुपयों एवं रातोरात स्टार बनने के चक्कर में द्विअर्थी गानों को समाज में परोसने में लगे हुए हैं। जिसका असर समाज में गंदगी फैल रही है।
भोजपुरी एलबम में अश्लीलता दिखाना, गन्दे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर गीत लिखना भोजपुरी भाषा का अपमान है। यह हमारे देश की सभ्यता और संस्कृति के खिलाफ है। ऐसे गानों पर प्रतिबंध लगना चाहिए। रोहित प्रधान की मांग है कि राज्य सरकारों को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। जिससे अश्लीलता को सख्ती के साथ रोक जा सके।
रोहित प्रधान का कहना है कि हम कभी भी अश्लीलता को बढ़ावा नहीं होने दूंगा। इसके खिलाफ आवाज उठाता रहूंगा। इसका पुरजोर विरोध करता रहूंगा। सुशील कुमार पाठक उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं। वे भोजपुरी से अश्लीलता को खत्म करने के लिए उनका समर्थन करते हैं। आज उनके चाहने वालों की संख्या मिलियन में पहुंच गई है।