भाजपा ने बूथ कमिटी को मजबूत करने और कार्यकर्ताओं को जोड़ने पर दिया बल, उपस्थित रहें भाजपा लोकसभा प्रत्याशी
डुमरांव। हनुमान वाटिका में भारतीय जनता पार्टी द्वारा डुमरांव विधान सभा क्षेत्र की समीक्षा बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष विजय कुमार सिंह उर्फ भोला सिंह ने किया।
बैठक में बक्सर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी सह प्रदेश महामंत्री मिथिलेश तिवारी, जिला महामंत्री निर्भय राय, डुमरांव विधानसभा प्रभारी अनिल पांडेय, विंध्याचल पाठक, बलराम पांडे, जितेंद्र सिंह, पूर्व जिला मंत्री राजीव भगत, पूर्व जिलाध्यक्ष किसान मोर्चा मृत्युंजय सिंह, सोनू राय, नरेंद्र पांडे,
जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा शीला त्रिवेदी, पिंकी पाठक, प्रमिला पांडे, पारस मणि पांडे, जिला उपाध्यक्ष राजू कुशवाहा, दीपाली विश्वाश, मनोज पाठक, सुनील पाठक, जिला महामंत्री इंद्लेश पाठक, दिनेश सिंह, अरविंद चौबे, लाला सिंह सहित अन्य उपस्थित थे जिलाध्यक्ष विजय कुमार सिंह ने 2024 में बक्सर संसदीय क्षेत्र का चुनाव हारने की जिम्मेवारी लिया।
उन्होंने कहा कि जो भूल भूल हुई है, उसे सुधार करना है। पांच वर्षो के लिए विकास अवरूद्ध हो गया, अफसोस जाहिर किए। काम के बदौलत पुनः हम चुनाव जीतेंगे। रामगढ़ का चुनाव चुनौती है। जंगल राज से बचाने के लिए एनडीए की सरकार बनाने के लिए योजना बना कर काम करना होगा।
बिहार प्रदेश भाजपा के महामंत्री सह बक्सर लोकसभा के प्रत्याशी मिथिलेश तिवारी ने संबोधित करते हुए कहां कि कुछ न कुछ कमियां रही होगी, जिसके कारण हार हुई। आज हम सभी हारे हैं चिन्तन करना चाहिए। पुनः संगठित कर लडूंगा। चुनाव अपने कारण हार हुई है। सभी वर्गों का वोट मिला है। तभी आज चार लाख वोट मिले हैं।
एमपी नही हारे हैं, बक्सर का भविष्य हारे हैं। बक्सर का होकर रहूंगा। बक्सर में घर बनाकर रहूंगा। पांच साल तक बक्सर का रखवाली करूंगा। बक्सर के लिए लडूंगा। हम कही ना कहीं अपनो के कारण हार गए। अंतर्राष्ट्रीय साजिश हो रही थी। पार्टी को मजबूत करना है। लड़ने वाला पार्टी को जिताने वाला कार्यकर्ता बनाउगा। बक्सर को तपस्या स्थली बना लिया हूं।
बक्सर के कार्यकर्ताओं को खड़ा कर रहूंगा ।इसके लिए संकल्पित हूं।बैठक में लोकसभा चुनाव की हार की समीक्षा प्रत्याशी मिथिलेश तिवारी द्वारा किया गया। कार्यकर्ताओं द्वारा बूथ मजबूत करने, पुराने एवं नए कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय स्थापित करने की सुझाव दिया गया। बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया।
ताकि भविष्य में चुनाव में ऐसी स्थिति सामना न करना पड़े।विपक्षी पार्टी द्वारा मतदाताओं के बीच भारतीय जनता पार्टी के संबंध में गलत मैसेज फैलाया गया। जिसका प्रतिकार भाजपा नेताओं द्वारा नही किया जा सका, जो हार का कारण बना।
नेताओं द्वारा मतदाताओं से सघन संपर्क नहीं किया गया। चुनाव प्रबंधन की व्यवहारिक रूप में कार्य नहीं कर सकें। भाजपा कार्यकर्ताओं के संस्कारों में सुधार की आवश्यकता है। दल के अंदर जारी गुटबाजी को समाप्त कराने का प्रयास किया जाना चाहिए।
बैठक में कार्यकर्ताओं ने कहां कि प्रत्याशी मिथिलेश तिवारी इस लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने चुनाव नहीं हारा है। बूथ जीतों अभियान असफल रहा। जिसका मुख्य कारण कार्यकर्ताओं द्वारा नही किया गया।
सोशल मीडिया पर सक्रिय भूमिका निभाने वाले कार्यकर्ता जमीन पर नहीं उतार संके। पोलिंग एजेंट नियुक्त करने में चूक हुई। प्रचार गाड़ी द्वारा ईमानदारी से काम नहीं किया गया। कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की गई ये सबसे बड़ी भूल हुई है।
भाजपा बक्सर के अंदर कार्यकर्ता कम हो गए है, नेता ज्यादा हो गए है। मौसमी नेताओं को तरजीह दिया गया। जो सबसे बड़ी भूल हुई है। कार्यकर्ताओं से संवाद हीनता की स्तिथि बनी रही।