बक्सर। जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में बक्सर एवं डुमरांव में बस स्टैण्ड निर्माण, सभी नगर निकायों के लिए लैण्डफिल साईट का चयन, बाढ/वर्षापात के पूर्व तैयारियों एवं अन्य विषयों पर समीक्षा बैठक समाहरणालय परिसर अवस्थित कार्यालय कक्ष में की गई।
जिला पदाधिकारी द्वारा सभी कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि प्रत्येक माह ससमय सभी सफाई कर्मियों का पारिश्रमिक मानदेय का भुगतान आउटर्सोसिंग एजेन्सी के माध्यम से कराना सुनिश्चित करेंगे। इसके साथ-साथ EPF कटौती की राशि को भी प्रत्येक माह जमा कराने हेतु निर्देश दिया गया।
कार्यपालक पदाधिकारी, इटाढी द्वारा बताया गया कि मौजा खतिबा में लैंडफिल साईट पहुंच पथ निर्माण कार्य स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन कार्य प्रमंडल बक्सर एवं मनरेगा के समन्वय से पूर्ण कर लिया गया है।जिला पदाधिकारी द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी, इटाढी को निर्देश दिया गया कि लैंडफिल साईट पर अपशिष्ट गिराने का कार्य प्रारंभ कराना सुनिश्चित करें।
कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद बक्सर को निर्देश दिया गया कि रामरेखा घाट पर प्रायः आयोजित धार्मिक अनुष्ठानों, पर्व त्यौहार के दृष्टिगत सहायता एवं निगरानी हेतु स्थाई नियंत्रण कक्ष का निर्माण कार्य यथाशीघ्र प्रारंभ कराने के लिए नियमानुसार कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे।
सभी कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि बोर्ड से स्वीकृति के पश्चात मुख्य मार्गों का सर्वे कराते हुए स्ट्रीट तिरंगा लाईट लगाने, कार्य योजना बना कर नगर क्षेत्र के व्यवसायिक मार्गों से कूड़ा प्वाईंट हटाते हुए शून्य कराने की कारवाई करेंगे, नगर निकाय द्वारा अधिष्ठापित सीसीटीवी की जांच कर उन्हे कार्यरत करने एवं उसका फीड संबंधित थानाध्यक्ष को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। इसके साथ-साथ पर्यटन के विकास हेतु नौका परिचालन कराये जाने के संबंध में 03 से 04 एकड वाले तालाबों की अद्यतन सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।
सभी कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि दिनांक 18.07.2024 से प्राथमिकता के आधार पर सभी चौक-चौराहों से अतिक्रमण हटाने की कारवाई करना सुनिश्चित करेंगे। इस क्रम में भेण्डरों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी उपलब्ध कराने हेतु निर्देश दिया गया। उक्त कार्य का अनुश्रवण अनुमंडल पदाधिकारी बक्सर एवं डुमरांव के द्वारा किया जाएगा।
समीक्षा के क्रम में पाया गया कि सोन नहर एवं गंगा पंप नहर के माध्यम से अब तक पानी का पहुंच अंतिम छोर तक नहीं हो पाया है। इस संबंध में कार्यपालक अभियंता, सोन नहर एवं कार्यपालक अभियंता गंगा पम्प नहर से स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया गया।