नुक्कड़ नाटक की मदद से मिशन इंद्रधनुष 5.0 को मिलेगी गति : सिविज सर्जन
नियमित टीके से वंचित लाभुकों व उनके अभिभावकों को किया जाएगा जागरूजिले के 74 महादलित टोलों में तिथिवार होगा नाटक का मंचन
बक्सर 17 अक्टूबर | जिले की गर्भवती महिलाओं के साथ 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को 12 जानलेवा बीमारी से बचने व नियमित टीका से वंचित लाभुकों को टीकाकृत करने के लिए मिशन इंद्रधनुष 5.0 का संचालन किया जा रहा है। मिशन इंद्रधनुष 5.0 अभियान को तीन चक्रों में पूरा किया जाना है। अभियान का पहला चक्र 11 से 16 सितंबर व दूसरे चक्र का संचालन 9 से 14 अक्टूबर किया गया।
अब जिले में तीसरा चक्र 27 नवंबर से 2 दिसंबर तक चलाया जाएगा। जिसको सफल बनाने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति ने नई पहल शुरू की है। जिसके तहत टीके से वंचित लाभुकों को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक का सहारा लिया जाएगा। इस क्रम में मंगलवार काे सदर अस्पातल परिसर में सिविल सर्जन डॉ. सुरेश चंद्र सिन्हा ने हरी झंडी दिखाकर टीम को रवाना किया।
महादलित टोलों के लोगों को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। प्रखंडवार 74 महादलित ठोलों को चिह्नित किया गया है। जहां पर तिथिवार नुक्कड़ नाटक का आयोजन कर नियमित टीकों के महत्व की जालकारी दी जाएगी।
प्रथम एवं दूसरे टीका से वंचित लाभार्थियों को किया जा रहा है टीकाकृत
सिविल सर्जन डॉ. सिन्हा ने बताया कि 5 वर्ष से कम बच्चों को विभिन्न रोगों से बचाने के लिए नियमित टीकाकरण करवाना बहुत जरूरी होता है। उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण से बच्चों में टीबी, पोलियो, गलघोटू, काली खांसी, खसरा, रूबेला, दस्त, निमोनिया, हेपेटाइटिस बी, जेई जैसी खतरनाक बीमारियों से बचाव किया जा सकता है।
यह टीका सभी सरकारी अस्पतालों में पूरी तरह से नि:शुल्क दिए जाते हैं। इसमें गर्भवती महिला को भी टीकाकृत किया जाता है, ताकि गर्भ में पल रहे बच्चे के साथ-साथ गर्भवती महिला को भी कई बीमारियों से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि नियमित टीका से वंचित बच्चों को टीकाकृत करने के लिए मिशन इंद्रधनुष अभियान चलाया जाता है, जिसमें अभियान के पूर्व वैसे गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों का पता लगाया जाता है जो इन टीका से पूरी तरह वंचित होते है या आधा डोज लिए हुए है।
उसके बाद अभियान के दौरान उन्हें टीकाकृत किया जाता है। जिन बच्चों का प्रथम एवं दूसरा डोज छूटा हुआ है उन्हें दोनों टीके दिए जा रहे हैं और जिन बच्चों का प्रथम डोज छूटा हुआ है उन्हें प्रथम डोज का टीका दिया जा रहा है।
दूसरे चक्र में 2361 गर्भवती महिलाओं को दिया गया टीका
जिला प्रतिरक्षण कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार मिशन इंद्रधनुष का पहला चक्र 11 से 15 सितंबर तक चलाया गया। जिसमें 864 सेशन साइट का संचालन किया गया। इस दौरान दो वर्ष से कम आयु के 6086 बच्चों को व दो वर्ष से पांच तक के आयु के 1285 बच्चों को टीकाकृत किया गया।
वहीं, पहले चक्र में 1717 गर्भवती महिलाओं को टीका दिया गया। जिसके बाद 9 से 14 सितंबर तक दूसरे चक्र का संचालन किया गया। इस दौरान 864 सेशन साइट का संचालन किया गया। जिसमें दो वर्ष से कम आयु के 7864 बच्चों को व दो वर्ष से पांच तक के आयु के 1599 बच्चों को टीकाकृत किया गया।
वहीं, दूसरे चक्र में 2361 गर्भवती महिलाओं को टीका दिया गया। तीसरे चक्र को भी सफल बनाने के लिए माइक्रो प्लान तैयार है। जिससे ज्यादा से ज्यादा लाभुकों को टीकाकृत करने का लक्ष्य रखा गया है। इस दौरान एसएमसी कुमुद रंजन मिश्रा, स्वास्थ्य कर्मी और अस्पताल में आए मरीज भी मौजूद रहे।