जिले के 5 टीबी मरीजों को लिया गया गोद, डॉ. रणवीर चौधरी ने लिया मरीजों को गोद, मरीजों के बीच हुआ पोषण सामग्री का वितरण

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पटना/ 14 दिसंबर- जिला यक्ष्मा कार्यालय में बुधवार को गोद लिए गए 5 टीबी मरीजों को पोषण सामग्री वितरित की गयी. जिला यक्ष्मा नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. कुमारी गायत्री सिंह ने गोद लिए गए टीबी मरीजों के बीच पोषण सामग्री वितरित की. इस अवसर पर डॉ. सिंह ने कहा कि टीबी मरीजों को रोग से जल्दी उबरने के लिए दवा के पूरे कोर्स के सेवन के साथ पौष्टिक आहार का सेवन भी आवश्यक होता है. इसके लिए टीबी मरीजों को अपने खान पान में पौष्टिक तत्वों को शामिल करना चाहिए. निक्षय मित्र बन डॉ. रणवीर चौधरी ने 5 मरीजों के पोषण की जरूरतों का ध्यान रखने की जिम्मेदारी उठाई है जो प्रशंसनीय है.

5 टीबी मरीजों को लिया गया गोद

डॉ. रणवीर चौधरी द्वारा जिले के 5 टीबी मरीजों को गोद लिया गया है. ये मरीज हैं- मनोज पासवान, बबलू साह, अनन्या कुमारी, रवि कुमार एवं मोहम्मद अजमुल. गोद लिए गए मरीजों ने डॉ. रणवीर चौधरी एवं जिला यक्ष्मा कार्यालय का आभार जताया और कहा कि इससे उन्हें टीबी को मात देने में मदद मिलेगी.

टीबी मरीजों को गोद लेना मेरी नैतिक जिम्मेदारी : डॉ. रणवीर

डॉ. रणवीर चौधरी विश्व स्वास्थ्य संगठन में स्वास्थ्य परामर्शी के रूप में कार्यरत हैं और टीबी उन्मूलन अभियान में विभाग को सहयोग कर रहे हैं. डॉ. रणवीर ने बताया कि मैं टीबी उन्मूलन अभियान से जुड़ा हूँ और यह मेरी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि मैं निक्षय मित्र बन मरीजों को गोद लेकर उनके पोषण के जरूरतों का ध्यान रख सकूँ. दवा के साथ पोषित शरीर ही टीबी से जंग जीत सकता है और मैं भविष्य में और टीबी मरीजों को गोद लूँगा.

पोषण सामग्री प्राप्त होने से ख़ुशी का हुआ अहसास

गोद ली गयी टीबी मरीज 19 वर्षीय अनन्या ने बताया कि उसे पिछले माह जांच से पता चला कि वह टीबी से ग्रसित है और उसने तत्काल जिला यक्ष्मा कार्यालय से मिली दवा का सेवन शुरू कर दिया था. अनन्या ने बताया कि उसे ख़ुशी है कि कोई उसके पोषण का भी ध्यान रखेगा और वह जल्दी टीबी को मात देकर स्वस्थ हो जाएगी.

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टीबी मरीजों को गोद लेकर प्रस्तुत करें उदाहरण

जिला यक्ष्मा नियंत्रण पदाधिकारी ने बताया कि निक्षय मित्र बनने के लिए लोगों से संपर्क किया जा रहा है. निक्षय मित्र बनने की इच्छा रखने वाले लोग जिला यक्ष्मा केंद्र या निक्षय मित्र के पोर्टल पर जा कर स्वयं अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. जिले में लोग निक्षय मित्र बनने के लिए आगे आ रहे हैं लेकिन अभी और लोगों को आगे आने की जरूरत है. विदित हो कि योजना के तहत कोई भी स्वयंसेवी संस्था, राजनीतिक दल के लोग, गैर सरकारी संस्था के लोग या जनप्रतिनिधि तथा आमजन टीबी के मरीज को गोद ले सकते हैं. इस योजना के तहत 6 महीना से लेकर 3 साल तक किसी भी ब्लॉक, वार्ड या जिले के टीबी रोगियों को गोद लेकर उन्हें भोजन, पोषण एवं आजीविका के लिए जरूरी मदद उपलब्ध करा सकते हैं.

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