बक्सर । डीएम अंशुल अग्रवाल द्वारा स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक समाहरणालय परिसर स्थित सभाकक्ष में की गई। जिसमें डीएम द्वारा संध्याकाल में ओपीडी हेतु चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु निर्देश दिया गया।
बक्सर जिला के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में 05 जून 2024 को रोगी कल्याण समिति की बैठक करने का निर्देश दिया गया। एनक्यूएएस (NQAS), कायाकल्प एवं लक्ष्य सर्टिफिकेशन प्राप्त करने के लिए सभी आयामों में आवश्यक प्रगति लाने का निर्देश दिया गया।
सभी स्वास्थ्य संस्थानों में आयुष चिकित्सकों के कार्य निर्धारण हेतु सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया।एनआरसी में सुधार हेतु सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि जिला प्रोग्राम पदाधिकारी,आईसीडीएस बक्सर के साथ समन्वय स्थापित करते हुए बैठक करना सुनिश्चित करेंगे।
Special Newborn Care Unit की समीक्षा के क्रम में ज्ञात हुआ कि ओपीडी में प्रतिनियुक्ति चिकित्सक अपने कार्यस्थल से अन्य स्थल पर बैठते हैं। इस संबंध में निर्देश दिया गया कि चिकित्सको की जहां पर प्रतिनियुक्ति एवं कार्य निर्धारण किया गया है, वो वहीं पर बैठकर कार्य करेंगे।
सभी चिकित्सकों को निर्धारित रोस्टर के अनुसार बायोमेट्रिक प्रणाली के माध्यम से उपस्थिति दर्ज कराने एवं बायोमेट्रिक उपस्थिति के आधार पर वेतन भुगतान किए जाने हेतु सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया।
बैठक में सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि सदर अस्पताल बक्सर में आंख, नाक एवं कान के लिए डॉक्टर उपलब्ध हैं।
प्रचंड गर्मी को देखते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सभी आवश्यक दवाइयां एवं अन्य इलाज के लिए आवश्यक दवाइयां की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। साथ ही सभी चिकित्सीय संस्थान में प्रचंड गर्मी को देखते हुए साफ एवं शीतल पेयजल रखने का निर्देश दिया गया।
स्वीप कार्यक्रम के तहत अस्पतालों में मरीज के साथ आने वाले अभिभावक के मध्य मतदान करने हेतु प्रेरित करने का निर्देश दिया गया। साथ ही आशा एवं एएनएम को अपने क्षेत्र अंतर्गत 15 से 20 घरों में जाकर हर घर दस्तक कार्यक्रम के तहत मतदान हेतु मतदाताओं को प्रेरित करने का भी निर्देश दिया गया।
बैठक में सिविल सर्जन बक्सर, अपर समाहर्ता-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी बक्सर, डीपीएम बक्सर एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी चिकित्सा उपस्थित थे।