कायाकल्प योजना में बक्सर यूपीएचसी को मिला उपविजेता का खिताब
अस्पातल प्रबंधन को पुरस्कार के रूप में मिलेगी 1.5 लाख रुपये की राशि
सदर अस्पताल बक्सर, सिमरी व ब्रह्मपुर सीएचसी को भी मिला सराहना पुरस्कार
बक्सर | राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने बुधवार को कायाकल्प योजना का परिणाम जारी कर दिया। जिसमें विभिन्न क्लस्टर के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में बक्सर जिला मुख्यालय स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (यूपीएचसी) 85 अंकों के साथ उपविजेता बना। अब इस अस्पताल को 1.5 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।
जिसमें इनाम की राशि का 75 प्रतिशत अस्पताल की सुविधाओं को सुदृढ़ बनाने में खर्च किया जाएगा। वहीं, 25 प्रतिशत राशि अस्पताल के कायाकल्प टीम में शामिल सदस्यों के बीच प्रोत्साहन राशि के रूप में नगद दिया जाएगा। जारी पत्र के अनुसार पहले कलस्टर में पटना का संदलपुर यूपीएचसी प्रथम और गर्दनीबाग 6सी यूपीएचसी उपविजेता, दूसरे कलस्टर में पुर्णियां जिला अंतर्गत पुर्णिया कोर्ट यूपीएचसी विजेता और माताचौक यूपीएचसी उपविजेता रहा।
वहीं, तीसरे कलस्टर में गया के तेनबिघा यूपीएचसी विजेता और बक्सर यूपीएचसी उपविजेता रहा। चौथे में भागलपुर अंतर्गत नाथनगर बुधिया व रेकाबगंज यूपीएचसी क्रमशः विजेता और उपविजेता रहे। पांचवें कलस्टर में सहरसा जिला अंतर्गत नियामत टोला व बस्ती यूपीएचसी क्रमशः विजेता और उपविजेता बने।
सदर अस्पताल बक्सर को मिला सराहना पुरस्कार
वहीं, दूसरी ओर सदर अस्पताल बक्सर को सराहना पुरस्कार मिला है। जिला अस्पातल की श्रेणी में शेखपुरा सदर अस्पताल 96.4 अंकों के साथ सबसे आगे रहा। वहीं, भागलपुर सदर अस्पताल 93.3 अंकों के साथ दूसरे नंबर पर रहा। सिविल सर्जन डॉ. सुरेश चंद्र सिन्हा ने बताया कि 13 जिला अस्पतालों में 82.2 अंकों के साथ बक्सर सातवें नंबर पर है। जो सदर अस्पातल की सुविधाओं के धीरे-धीरे सुदृढ़ीकरण को भी दर्शाता है।
बक्सर सदर अस्पताल को सराहना पुरस्कार के रूप में तीन लाख रुपये मिलेंगे। जिसमें से 2.25 लाख रुपये अस्पताल की सुविधाओं को और बेहतर बनाने में उपयोग किया जाएगा। ताकि, जिला अस्पताल के एनक्वास तथा कायाकल्प अंतर्गत चिह्नित कमियों को दूर किया जा सके। उन्होंने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की श्रेणी में सीएचसी ब्रह्मपुर 70.1 और सीएचसी सिमरी 70.5 अंकों के साथ सराहना पुरस्कार दिया गया है। जिसके तहत दोनों सीएचसी को एक-एक लाख रुपये दिया जाएगा।
सात बिंदुओं पर अस्पताल का अंक तय होता है
सिविल सर्जन डॉ. सुरेश चंद्र सिन्हा ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं व रखरखाव सहित कई अन्य तरह की सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकार की ओर से कायाकल्प योजना शुरू की गई है। योजना के तहत निरीक्षण के बाद सात बिंदुओं पर अस्पताल का अंक तय होता है। सबसे ज्यादा अंक प्राप्त करने वाले दो जिला अस्पताल को प्रथम व द्वितीय पुरस्कार मिलता है। अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए विभाग ने लगभग 50 सुविधाओं पर फोकस किया है।
जिसके तहत कुछ मुख्य सुविधाएं हाईजीनिक, बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, रजिस्ट्रेशन काउंटर, हॉस्पिटल इंफेक्शन प्रिवेंशन मैनेजमेंट रिकॉर्ड कीपिंग, मेडिसन डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम, मरीजों से स्टाफ का व्यवहार, स्पोर्ट सर्विस, मरीजों से फीडबैक व अन्य गतिविधियां शामिल हैं। जिस पर अस्पताल प्रशासन को बेहतर कार्य करना होता है। किसी सुविधा में कोई खामी पाई जाती है तो अंक कम मिलते है।