डुमरांव. अनुमंडल अस्पताल में मंगलवार को कायाकल्प पुरस्कार प्राप्त करने को लेकर अस्पताल उपाधीक्षक डा गिरीश कुमार सिंह के उपस्थिति में स्वास्थ्य कर्मियों को कई बिंदुओं पर जिला मुख्यालय से पहुंचे स्वास्थ्य कर्मियों ने जानकारी दी. कायाकल्प योजना के तहत सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों की सेवाओं व सुविधाओं की गुणवत्ताओं को बेहतर बनाने का उद्देश्य है. ताकि लोग स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने के लिए सरकारी संस्थानों की ओर बढ़े.
जानकारी दे रहें कार्यक्रम पदाधिकारी अवनीश कुमार, समेन्ती सरकार, सुनीता ने बताया कि कायाकल्प पुरस्कार कार्यक्रम में मूल्यांकन के तीन स्तर शामिल हैं, यानी आंतरिक मूल्यांकन सहकर्मी मूल्यांकन और कायाकल्प चेकलिस्ट के आधार पर राज्य बाहरी मूल्यांकन जिसमें सात मानदंड शामिल हैं. अस्पताल का रख-रखाव, स्वास्थ्य संवर्धन, स्वच्छता और स्वच्छता, सहायता सेवाएं, अपशिष्ट प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण और स्वच्छता.
कायाकल्प योजना का उद्देश्य यह है कि सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाओं को विशिष्ट मानकों की दिशा में प्रोत्साहित करना, स्वास्थ्य सुविधाएं, स्वच्छ और स्वास्थ्य वर्धक बनाना है. साफ-सफाई से संक्रमण रोकने के प्रयासों को बल मिलने को लेकर कायाकल्प योजना की शुरुआत हुई. स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर सुविधाएं व रख रखाव सहित कई अन्य तरह की सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकार की ओर से कायाकल्प योजना की शुरुआत की गई थी.
ताकि अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उलब्ध हो सके. बेहतर गुणवत्तापूर्ण वाले स्वास्थ्य केंद्रों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र के अलावा नकद राशि दी जाती है. उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों को बताया गया कि आप कैसे कायाकल्प पुरस्कार योजना पर कार्य करना है. बता दें कि प्रत्येक राज्य के दो सर्वश्रेष्ठ जिला अस्पताल, प्रत्येक जिले में दो सर्वश्रेष्ठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को उच्च स्तर पर रख-रखाव,
सफाई के साथ ही बेहतर गुणवत्तापूर्ण व्यवस्था व व्यवहार अपनाने वाले कर्मियों सहित अस्पताल को प्रमाण पत्र के साथ ही नकद राशि भी देने का प्रावधान है. मौके पर अनुमंडलीय अस्पताल प्रभारी प्रबंधक अफरोज आलम, जीएनएम उमा कुमारी, अमित बैरवा, शोभा कुमारी, मनोज कुमार सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे.