डुमरांव. बिहार सरकार निरंतर शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहीं है. इस क्रम में मध्य विद्यालयों के बच्चें पढ़ाई में रूचि नहीं लेते थे, नियमित स्कूल नहीं आते थे. लेकिन सरकार लगातार विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से खेल खेल में बच्चों को शिक्षा देने का कार्य संबंधित शिक्षक कर रहे है. प्रखंड के एक दर्जन चयनित विद्यालयों में बच्चों को नियमित रूप से कम्प्यूटर शिक्षक द्वारा बच्चों को कम्प्यूटर का बेसिक ज्ञान दे रहीं है, ताकि बच्चें स्कूल से निकले तो कम्प्यूटर के बारें बेसिक जानकारी रहें.
लैब में कम्प्यूटर पर बैठने के पहले उन्हें प्रोजेक्टर के माध्यम से बच्चों को कम्प्यूटर की बेसिक जानकारी दी जा रहीं है. स्कूल प्रबंधन की मानें तो कम्प्यूटर शिक्षा मिलने से बच्चों को नियमित आने की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. प्रतिदिन मध्य विद्यालय के बच्चें उत्साह के साथ विद्यालय पहुंच रहें. प्रभात खबर टीम ने कन्या मध्य विद्यालय में पहुंच बच्चों व शिक्षकों से बात किया.
जिसमें शिक्षिका अर्चना सिंह, सुधा कुमारी ने कहां कि बच्चें उत्साहित है, उन्हें मध्य विद्यालय में पढ़ने दौरान कम्प्यूटर से रूबरू होने से बेसिक जानकारी मिल रही है. छात्रा कविता, रानी, किरण, पुष्पा, अनामिका ने बताया कि कम्प्यूटर शिक्षा मिलने से आगे कम्प्यूटर सिखना आसना हो जाएगा. सरकार की यह पहल सराहनीय है. बच्चें कलम चलाने के साथ कम्प्यूटर चलाना सिख रहें. इससे बच्चों के परिजन भी खुश है. सरकारी विद्यालयों में ऐसी सुविधा मिलने लगी है.
इन विद्यालयों में बच्चों को मिल रहा कम्प्यूटर को बेसिक ज्ञान
उत्क्रमित मध्य विद्यालय पुराना भोजपुर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय मठिला, उत्क्रमित उर्दू मध्य विद्यालय डुमरांव, मध्य विद्यालय महाबीर चबुतरा डुमरांव, कन्या मध्य विद्यालय डुमरांव, उत्क्रमित मध्य विद्यालय करूअज, उत्क्रमित हाई स्कूल कनझरूआ, उत्क्रमित मध्य विद्यालय रामपुर मठिया, उत्क्रमित मध्य विद्यालय नुआंव, मध्य विद्यालय नया भोजपुर, उर्दू मध्य विद्यालय नया भोजपुर, कन्या मध्य विद्यालय अरियांव में बच्चों को बेसिक कम्प्यूटर की शिक्षा कम्प्यूटर शिक्षक द्वारा मिल रहा है.
विद्यालयों में बनें आईसीटी लैब आधुनिक सुविधाओं से लैस
विद्यालयों में तमाम तरह की आधुनिक सुविधाओं से आईसीटी लैब को लैस किया गया है. आईसीटी लैब में वेब कैमरा, प्रोजेक्टर, प्रिंटर, स्पीकर, नेटवर्किंग, व्हाइट बोर्ड, यूपीएस, इंटरेक्टिव डिवाइस, हेडफोन, कम्प्यूटर के अलावा फर्नीचर की व्यवस्था है. सरकारी स्कूल के वैसे बच्चें जो कम्प्यूटर शिक्षा से अनभिज्ञ थे, वह आज माउस क्लिक कर प्रोग्राम के साथ फाइल बनाने लगे हैं.
क्या कहते एचएम
कम्प्यूटर की बेसिक शिक्षा मिलने से बच्चों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. इससे संख्या में वृद्धि भी हुई है.
कम्प्यूटर प्रशिक्षक दिव्या सिंह
क्या कहती है कम्प्यूटर शिक्षक
दिव्या सिंह ने कहां कि बच्चों को कम्प्यूटर की बेसिक जानकारी मिलने से उनका आत्मबल बढ़ेगा. बच्चें कम्प्यूटर पर बैठने से काफी खुश दिख रहें है.