बक्सर : जिले में उर्वरक की आपूर्ति पारदर्शी एवं सुगमतापूर्वक हो इसके लिए कृषि विभाग सदैव तत्पर है। रवि मौसम में किसानों को पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराने हेतु लगातार प्रयास जारी हैं। जिला कृषि पदाधिकारी बक्सर ने बताया कि यारा फर्टिलाइजर द्वारा 1035.685 मेट्रिक टन तथा नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड द्वारा 1314 मेट्रिक टन यूरिया का आवंटन जिले को प्राप्त हुआ है। 24 घंटे के अंदर बक्सर/आरा रैक पॉइंट पर यूरिया की आपूर्ति होने की संभावना है। यूरिया का रैक प्राप्त होते ही फसल आच्छादन के आधार पर उपावंटन कर दिया जाएगा। जीरो टॉलरेंस नीति के अंतर्गत एमआरपी पर ही किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराया जाएगा।
जिसको शत-प्रतिशत अनुपालन कराने के उद्देश्य से जिला स्तर पर तीन छापामारी दल व एक कंट्रोल रूम का गठन किया गया है। पंचायत स्तर पर बीएओ, कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार के माध्यम से उर्वरक को किसानों तक जीरो टॉलरेंस नीति अंतर्गत वितरण कराने के उद्देश्य से टैग किया गया है। जिला कृषि पदाधिकारी बक्सर ने कहा कि विशेष अभियान चलाकर उर्वरक कालाबाजारी में संलिप्त दुकानदारों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। उर्वरक बिक्री करने वाले प्रतिष्ठान अपने दुकान पर डिस्पले बोर्ड लगाकर प्रतिदिन उर्वरक स्टॉक एवं एमआरपी को अंकित करेंगे ताकि किसान सुगमता पूर्वक उर्वरक का क्रय कर सके। इसके साथ-साथ प्रतिदिन का यूरिया का स्टॉक जिला के वेबसाइट https://buxar.nic.in/daily-urea-reatailer-stock-status/पर उपलब्ध है। जिला में उर्वरक का पर्याप्त भंडार है।
जिला कृषि पदाधिकारी बक्सर ने उर्वरक विक्रेताओं को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि कोई भी उर्वरक विक्रेता संबंधित कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार की उपस्थिति में प्रतिदिन पूर्वाहन 8:00 बजे से अपराहन 6:00 बजे तक उर्वरक की बिक्री करेंगे। किसानों के बीच उर्वरक की बिक्री निर्धारित मूल्य पर किया जाना है। इसके लिए विभाग द्वारा जीरो टॉलरेंस नीति लागू है। अगर औचक छापेमारी के दौरान कोई भी विक्रेता उक्त नियम का उल्लंघन करते पाया जाता है तो सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।
किसानों के लिए उर्वरक संबंधित शिकायत दर्ज कराने हेतु जिला नियंत्रण कक्ष का गठन किया गया है जिसके नोडल अधिकारी के रूप में श्री शेखर किशोर सहायक निदेशक फसल प्रक्षेत्र नामित है। जिला नियंत्रण कक्ष का संपर्क सूत्र 9198879787, 7903767773 एवं 9373081675 है। इन मोबाइल नंबर पर किसान उर्वरक से संबंधित शिकायत दर्ज करा सकते हैं। शिकायत करने वाले किसानों का नाम गुप्त रखते हुए कालाबाजारी में संलिप्त विक्रेताओं का लाइसेंस निरस्त/प्राथमिकी दर्ज करते हुए अग्रतेर तक कार्रवाई की जाएगी।
जिला कृषि पदाधिकारी बक्सर ने किसानों से अपील की कि रबी मौसम में उर्वरक का भंडार है। कृषक मिट्टी जांच के आधार पर ही भारत का प्रयोग करें। अंधाधुंध उर्वरकों के प्रयोग करने से किसानों की आर्थिक स्थिति खराब होने के साथ-साथ मिट्टी की सेहत भी खराब होती है इस परिस्थिति में कृषि विशेषज्ञ देसी पाठ्यक्रम से प्रशिक्षित उपादान विक्रेता के सलाह पर उर्वरकों की अनुशंसित मात्रा का प्रयोग करें।