बक्सर। आकांक्षी प्रखंड चक्की के चक्की पंचायत के जयपाल डेरा में परिवार नियोजन पखवाड़ा के अंतर्गत परिवार नियोजन का चौपाल लगाया गया। चौपाल की अध्यक्षता बीसीएम निभा कुमारी के द्वारा की गई। परिवार नियोजन के बारे में पीरामल फाउंडेशन के डीपीएचओ सिद्धार्थ गौतम, गांधी फेलो मोहम्मद रिजवान एवं बीसीएम निभा कुमारी, परिवार नियोजन परामर्शदाता संदीप कुमार, एएनएम उषा देवी द्वारा परिवार नियोजन के बारे में बताया गया। परिवार नियोजन क्या है, उसको अपनाने से हमें क्या-क्या फायदे होते हैं, उन सभी के बारे में भी बताया गया।
- परिवार नियोजन का मतलब है, परिवार की योजना बनाना। यह एक प्रक्रिया है। जिसके अंतर्गत दंपति अपने परिवार के आकार और बच्चों के जन्म के समय के बारे में निर्णय लेते हैं। परिवार नियोजन के अंतर्गत कई विधियां और साधन आते हैं। जिनमें गर्भनिरोधक उपाय, गर्भावस्था की योजना, बच्चों के बीच अंतराल रखने के तरीके, सुरक्षित मातृत्व के उपाय शामिल होते हैं।
परिवार नियोजन के लाभ
- स्वास्थ्य सुधार : महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- आर्थिक स्थिरता : छोटा परिवार होने से आर्थिक बोझ कम होता है।
- संतुलित जनसंख्या : देश की जनसंख्या पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
- बेहतर शिक्षा : कम बच्चे होने से उनकी शिक्षा और परवरिश पर अधिक ध्यान दिया जा सकता है।
- खुशहाल जीवन : संतुलित परिवार होने से जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है।
परिवार नियोजन से न केवल व्यक्तिगत और पारिवारिक स्तर पर, बल्कि समाज और राष्ट्र स्तर पर भी लाभ होते हैं।
परिवार नियोजन के स्थाई एवं अस्थाई विधियों एव संसाधनों के बारे में भी बताया गया अगर कोई स्थाई साधन नहीं अपनाना चाहता तो वह अस्थाई साधन भी अपना सकता है। चौपाल में उपस्थित सभी महिलाओं एवं पुरुषों को परिवार नियोजन के सभी संसाधन के बारे में बताया गया।
जैसे कि निरोध, माला–एन, छाया, इजी–पिल, अंतरा, कॉपर–टी और पुरुष नसबंदी एव महिला बंध्याकरण बारे में सभी को समझाया गया।परिवार नियोजन संसाधन अपनाने से प्रोत्साहन के रूप में मिलने वाली राशि के बारे में भी बताया गया। (महिला बंध्याकरण 2000 रुपए, पुरुष नसबंदी 3000 रुपए)।
चौपाल के अंत मैं सभी उपस्थित सदस्यों के साथ परिवार नियोजन अपनाने के लिए एक जागरूकता रैली भी निकाली गई ।
चौपाल में उपस्थित ,वार्ड सदस्य, जीविका सीएम एवं जीविका सदस्य, पिरामल टीम, विकास मित्र, एएनएम उषा देवी, आशा फेसिलेटर शारदा देवी, आशा रुखमीना देवी, सेविका आशा देवी, और ग्रामीण उपस्थित रहें।