बक्सर, 27 मार्च | जिले में राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) की प्रगति की समीक्षा को लेकर सोमवार को जिलाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में जिला टीबी फोरम की बैठक संपन्न हुई। इस दौरान सिविल सर्जन सह सीडीओ डॉ. सुरेश चंद्र सिन्हा ने पिछले एक साल में एनटीईपी में किए गए कार्यों के संबंध में बताया कि 2022 में बिहार में लक्ष्य के अनुरूप 79.6% लोगों का निक्षय पोर्टल पर नोटिफिकेशन किया गया।
जिसमें बक्सर जिले में 97 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया गया। वहीं, 2021 में नोटिफाइड मरीजों में 67 प्रतिशत का सफल इलाज हुआ। , गत वर्ष में जिले में माइक्रो बायोलॉजिकल टेस्ट 85 प्रतिशत व क्लिनिकल टेस्ट 15 प्रतिशत हुआ। साथ ही, यूनिवर्सल ड्रग सेंसटिव टेस्ट 57 प्रतिशत मरीजों का किया गया। इसके अलावा टीबी के 97 प्रतिशत मरीजों में एचआईवी टेस्ट की जा चुकी है। इन सब के इतर निक्षय पोषण योजना के तहत 32 प्रतिशत मरीजों के खाते में राशि भेजी गई है।
टीबी मरीजों का बेसलाइन डाटा तैयार किया जाए
जिलाधिकारी अमन समीर ने सिविल सर्जन को कहा कि टीबी रेफरल के मामले में सभी प्रखंडों की समीक्षा की जाए और नीचे से पांच एमओआईसी को अगली बैठक में बुलाएं। साथ ही, टीबी मरीजों का बेसलाइन डाटा तैयार किया जाए। इस क्रम में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के दौरान सभी आशा कर्मी अपने संबंधित क्षेत्र में 20-20 घरों को चिह्नित करते हुए टीबी के नए मरीजों की खोज करें।
साथ ही, प्राइवेट सेक्टर के चिकित्सकों के साथ बैठक कर नोटिफिकेशन और अन्य मुद्दों पर विमर्श करते हुए बक्सर जिले और अन्य जिलों के इलाजरत मरीजों की सूची अलग अलग तैयार करें। जिससे पता चल सके कि बक्सर जिले में टीबी के नोटिफाइड मरीज कितने हैं। इससे जिले की जनसंख्या के आधार पर टीबी के मरीजों की वास्तविक संख्या के आधार पर उनका फॉलोअप किया जा सके