
डुमरांव. अनुमंडलीय अस्पताल में शौचालय व पेयजल को लेकर मरीज व उनके परिजन परिसर में भटकते रहते है. इमरजेंसी में मौजूद शौचालय का दरवाज टूटने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड रहा है. हालांकि मुख्य दरवाजा भी जर्जर है, अंदर प्रवेश करने वाला मुख्य दरवाजा बंद कर देता है, तो यूरिनल के लिए लोगों खड़े दिखते है.
नही तो अस्पताल परिसर के किसी कोने का उपयोग करते है. ओपीडी दवा कांउटर के समीप शौचालय बदहाल है. वहीं पेयजल को लेकर अस्पताल पहुंचने वाले मरीज व परिजन परेशान दिखते है. इमरजेंसी के बाहर नजदीक में ठंडा व शुद्ध पानी आरो मशीन लगा है, लेकिन निरीक्षण की सूचना पर यह पानी देता है.
स्वास्थ्य कर्मी व अस्पताल कर्मी पानी को लेकर अस्पताल परिसर में लगे मोटर चलाकर ताजा पानी बोतल में भरते दिखतें है. अचानक शनिवार को अहले सुबह मोटर का स्टार्ट जल गया, जिससे पानी को लेकर दोपहर तक हर कोई परेशान दिखा. जीविका दीदी की रसोई व जनरेटर के समीप चापाकल लगा, लेकिन यह भी अनुपयोगी साबित हुआ.
अस्पताल परिसर के बाहर चापाकल नहीं है. जिससे अक्सर मरीज व परिजन को परेशानी का सामना करना पड़ता है. प्रसूति के साथ पहुंचे मनोज कुमार ने बताया कि इमरजेंसी व ओपी शौचालय की स्थिति बदतर है, उन्होने कहां कि सुरक्षा कर्मियों से पुछने पर बताया कि द्वितीय तले पर चले जाए.
बात चाहें जो भी हो अनुमंडल अस्पताल परिसर में शौचालय व पेयजल को लेकर मरीज व परिजन के साथ कर्मी भी अक्सर परेशान रहते है. अस्पताल प्रबंधक देवेंद्र तिवारी ने बताया कि ओपीडी में मौजूद शौचालय डेड हो गया है.
इमरजेंसी के शौचालय को जल्द मरम्मत का ठीक कर दिया जाएगा. वहीं पेयजल की समस्या को लेकर बताया कि शीतल पेयजल को लेकर वाटर कुलिंग मशीन अस्पताल में आ गया है. जल्द इंस्टाल कर चालू कर दिया जाएगा.