डुमरांव. शनिवार को कनक पैलेस में शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र सह भाजपा नेता जीवन कुमार द्वारा शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किया गया. अपने संबोधन में भाजपा नेता जीवन कुमार ने कह कि आज शिक्षकों को मुखिया के शिक्षक, विधान परिषद के शिक्षक के नाम से पुकारा जाता है, जो उनके लिए अपमान से कम नहीं है. शिक्षक एक शिक्षक होता है, उसका कोई उपनाम नहीं होता है. इसे मिटाकर सभी शिक्षकों को एक प्लेटफार्म पर लाना होगा तभी शिक्षकों को सही सम्मान होगा.
इसको लेकर लड़ाई लोकसभा विधानसभा पर लड़ना होगा, सरकार के 52 विभाग है. उसमें कार्य करने वाले सभी कर्मी को राज्य का दर्जा दिया जाता है, तो शिक्षक को क्यों नहीं ? ऐसा नहीं होना चाहिए. उन्होने कहां शिक्षक समाज ने डुमरांव से परिवर्तन सभा का आगाज किया है. शिक्षकों को सम्मानजनक वेतन नहीं मिल पाता है, इसकी लड़ाई लड़नी होगी और शिक्षकों को सम्मान दिलाना होगा. उन्होंने शिक्षकों के स्थानांतरण के मामले को रखते हुए कहां कि दूर दराज से आवगामन करने वाले शिक्षकों को काफी परेशानी हो रही है.
बावजूद सरकार इस पर पहल नही कर रही है. उन्होंने अतिथि शिक्षकों के साथ ही वित्त रहित महाविद्यालय से जुड़े शिक्षक और शिक्षक कर्मचारियों की समस्या ध्यान में रखते हुए कहां कि उनके हक की लड़ाई लड़ी जाएगी. समारोह की अध्यक्षता इंटर कॉलेज डुमरांव प्राचार्य सुमन चतुर्वेदी ने किया। कार्यक्रम शुरू होने से पहले शेषनाथ पांडेय, यतीन्द्र चौबे, प्रो. मनोज तिवारी, प्रो. मार्कण्डेय दूबे, धनंजय दूबे आदि ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्ज्वलित के अलावे सम्मान समारोह आयोजित हुआ. मंगलाचरण किया गया.
कार्यक्रम का संचालन अखिलेश पांडेय ने किया. समारोह में 600 सौ से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया. मौके पर पूर्व एचएम पुष्पा कुमारी, प्राचार्य मीरा गुप्ता, ज्योति कुमार, तेजनारायण पांडेय, पशुपति नाथ सिंह, हेमन्त मिश्रा, श्वेतांश, मीरा सिंह मीरा, अजय चौबे, शिवजी सिंह, अशोक सिंह, रमेश गुप्ता, प्रो. श्रीकांत सिंह, प्रो. सत्येंद्र देव राय, डा. सुरेंद्र राय, मदन कुमार राय, प्रो. अभय पांडेय, सारिका कुमारी, रमेश सिंह, कामता चौबे, चंदन सिंह, धनंजय सिंह, मनु सिंह, गोला मिश्रा, मो इकबाल आदि रहें.