
संयमित जीवनशैली व उचित खान-पान से कम हो सकता है कैंसर का खतरा
बीते एक साल में 21, 538 लोगों की स्क्रीनिंग में मिले 341 संदेहास्पद मरीज
अररिया/डा. रूद्र किंकर। कैंसर वैश्विक स्तर पर एक गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है। कैंसर के कारण हर साल लाखों लोगों की मौत होती है। अनुमान के मुताबिक दुनिया में हर छठी मौत कैंसर के कारण होती है। स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में नित नये खोज व तकनीकी विकास के कारण कैंसर अब लाइलाज बीमारी तो नहीं रही।
लेकिन अभी भी आम लोगों के लिए इसका इलाज बेहद कठिन बना हुआ है। दुनियाभर में कैंसर के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोगों को इसके खतरों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 04 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है।
हर साल की तरह इस बार भी विश्व कैंसर दिवस के मौके पर 04 से 10 फरवरी तक जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जागरूकता संबंधी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। वहीं सभी स्वास्थ्य संस्थानों में इस दौरान नि:शुल्क कैंसर स्क्रीनिंग सह परामर्श शिविर का आयोजन किया जायेगा।
स्वास्थ्य संस्थानों में होगा रोग परामर्श सप्ताह आयोजित
एसीएमओ डॉ राजेश कुमार ने बताया कि रोग संबंधी लक्षणों की समय पर पहचान व इलाज से कैंसर का इलाज संभव है। उन्होंने कहा कि विश्व कैंसर दिवस के मौके पर 04 से 10 फरवरी के बीच जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में नि:शुल्क कैंसर रोग परामर्श सप्ताह आयोजित किया जायेगा।
इसमें विभिन्न तरह के कैंसर की स्क्रीनिंग व जरूरी परामर्श सेवाएं संचालित की जायेगी। शिविर में मुंह, स्तन, गर्भाशय संबंधी कैंसर की स्क्रीनिंग के साथ मधुमेह, उच्च रक्तचाप के स्क्रीनिंग की सुविधा होगी। साथ ही विभिन्न गैर संचारी रोगों के प्रति लोगों को जागरूक किया जायेगा।
कैंसर के संदेहास्पद मरीज मिलने पर उन्हें इलाज के लिये राज्य के उच्च चिकित्सा संस्थान रेफर किया जायेगा। ताकि रोगियों का समुचित इलाज संभव हो सके।
सावधानी व जागरुकता से कैंसर के खतरों से बचाव संभव
सदर अस्पताल में संचालित कैंसर ओपीडी में कार्यरत होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल व रिसर्च सेंटर मुजफ्फरपुर की चिकित्सक डॉ सायना ने बताया कि खान-पान संबंधी गलत आदतें, दोषपूर्ण जीवनशैली, प्रदूषण, हानिकारक रसायनों से अधिक संपर्क के कारण कैंसर का जोखिम हर दिन बढ़ रहा है।
महिलाओं में सर्वाइकल व ब्रेस्ट कैंसर, जबकि पुरुषों में फेफड़े-प्रोस्टेट व कोलन कैंसर का खतरा सबसे अधिक देखा जाता है। कैंसर के खतरों से बचाव के लिये सावधानी व जागरूकता जरूरी है। संयमित जीवनशैली व उचित खान-पान शराब-धुम्रपान व तंबाकू उत्पाद के सेवन से परहेज कैंसर के खतरों को कम करता है।
बीते एक साल में मिले कैंसर के संदिग्ध 341 मरीज
जानकारी मुताबिक जिले में बीते एक साल के दौरान 6787 पुरुष व 1475 महिलाएं कुल 21 हजार 538 लोगों की स्क्रीनिंग की गयी। इसमें कैंसर के 341 संदिग्ध व 75 अति संदिग्ध मरीजों को चिह्नित किया गया है।
सदर अस्पताल में संचालित कैंसर ओपीडी में कार्यरत चिकित्सकों के माध्यम से अब तक कुल 09 लोगों की बॉयोप्सी की गयी है। इसमें कैंसर के 03 मामले चिह्नित किये गये हैं। कैंसर पीड़ित दो मरीजों का इलाज फिलहाल जारी है।