प्रबंधक, सहायक प्रबंधक को आवेदनों की संख्या बढ़ाने को लेकर डीएम ने किया निर्देशित
बक्सर. डीएम अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र में संचालित तीनों योजनाओं की समीक्षा बैठक की गई. डीआरसीसी की समीक्षा के क्रम में आवेदनों की संख्या कम रहने पर असंतोष व्यक्त करते हुए प्रबंधक, सहायक प्रबंधक को आवेदनों की संख्या बढ़ाने हेतु निर्देशित किया गया.
डीआरसीसी में कार्यरत प्रबंधक, सहायक प्रबंधक, सिंगल विंडो ऑपरेटर एवं एमपीए को तीनों योजनाओं के संबंध में लक्ष्य निर्धारित करते हुए एक विस्तृत कार्य योजना बनाते हुए आवेदनों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया. साथ ही तीनों योजनाओं के नोडल पदाधिकारी को डीआरसीसी की कार्यों की नियमित अनुश्रवण करने हेतु निर्देशित किया गया.
डीएम ने जन प्रतिनिधियों, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं संबंधित विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए आवेदनों की संख्या बढ़ाने हेतु निर्देशित किया. डीएम ने डीआरसीएस में आए हुए आवेदकों से संवाद किया. विदित हो कि बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना अंतर्गत बक्सर जिला के विद्यार्थियों को बिहार एवं बिहार के बाहर किसी भी राज्य के संस्थान में पढ़ने के लिए 4 लाख रुपया तक का शिक्षा ऋण दिया जाता है.
पुरुष लाभार्थी के लिए 4 प्रतिशत का साधारण ब्याज दर, महिला लाभार्थी एवं दिव्यांगजन के लिए 1 प्रतिशत का साधारण ब्याज दर के साथ ये शिक्षा ऋण दिया जाता है. बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के लाभार्थीयों को पढ़ाई के दौरान ब्याज नहीं लिया जाता है.
मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना के अंतर्गत ऐसे लाभार्थी जो इंटरमीडिएट पास कर किसी भी संस्थान में पढ़ाई नहीं कर रहे हैं और बेरोजगार हैं. उनको दो साल के लिए प्रत्येक माह 1000 रूपये दिया जाता है. साथ ही कुशल युवा प्रोग्राम के तहत कंप्यूटर का बेसिक ज्ञान एवं भाषा ज्ञान (हिंदी एवं अंग्रेजी) दिया जाता है.