पर्दा कन्या मध्य विद्यालय आरा नगर में बच्चों को नाव दुर्घटना से बचाव की दी गई जानकारी
आरा. पर्दा कन्या मध्य विद्यालय आरा नगर, प्रखंड आरा सदर, में मुख्यमंत्री सुरक्षित शनिवार के तहत बच्चों को नाव दुर्घटना से बचाव के संदर्भ में जानकारी दी गई. चेतना सत्र में, वर्ग कक्ष में प्रोजेक्टर से, साथ ही माकड्रिल से भी. बरसात के बाद नदी, तालाबों में जल का जल स्तर काफी बढ़ा रहता है. बच्चें कपड़ा धोने, बर्तन माजने व नहाने, पानी में उछल-कूद करने अपने दोस्तों के साथ चले जाते हैं.
इससे डूबने की घटनाएं अक्सर घटती रहती है. कभी कभी घर का इकलौता चिराग काल के गाल में समा जाता है, जो कि बहुत ही हृदय विदारक होती है. किशोर, किशोरियों के साथ घटनाएं अक्सर घटती रहती है. इसके लिए बहुत ही सावधानी बरतने की आवश्यकता है. बच्चों को बताया गया कि जब भी नदी, तालाबों के पास जाएं तो अभिभावकों के साथ ही जाएं. अभी छठ का घाट बनाने, मुर्तियां विसर्जन करने के समय बहुत ही सावधानी बरतने की आवश्यकता है.
खतरनाक घाटों पर न जाएं
क्षमता से अधिक लदान, मवेशी लदान, छोटी नाव, छेद वाली नाव, बिना लाइसेंस वाली नाव, आंधी-तूफान के समय, रात्रि में नाव की सवारी न करें. जब कोई सवारी ना मिलें, बहुत जरूरी पड़ने पर ही नाव की सवारी करें. छोटे बच्चों को तो नाव की सवारी बिल्कुल भी न करने दें. नाव पर चढ़ते उतरते समय बारी का इंतजार करें, भगदड़ न मचाएं.
दुर्भाग्यवश घटना घट गई, कोई डूब गया तो हल्ला मचायें, रस्सा, धोती, साड़ी फेंककर डूबे हुए व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है. डूबे हुए व्यक्ति ने पानी पी ली है, तो उसे पेट के बल लिटा कर पेट के नीचे तकिया लगा कर मुंह से खरपतवार निकालकर पीठ को दबा-दबा कर पेट का पानी निकाल सकते हैं. अगर सांसे नहीं चल रही हो तो दोनों पंजों को सटाकर छाती के बल लिटा कर छाती के उपर तीस बार लगातार दबाव देने से सांसे चलने लगती है.
उसके बाद चिकित्सकों के पास अवश्य लें जाएं. उक्त जानकारी बच्चों को विद्यालय की शिक्षिका अंजू कुमारी द्वारा दी गई. शनिवार को विद्यालय में छठ व दिवाली संबंधित गतिविधियां बच्चों ने की. इसके अलावे रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की गई. पटाखे के नुकसान के बारे में जानकारी दी गई. वहीं विद्यालय प्रबंधन ने सुरक्षित दीपावली मनाने की अपील बच्चों से की.