नालंदा : कुर्मी समाज पटना के मरीन ड्राइव पर छत्रपति शिवाजी महाराज की भव्य प्रतिमा लगाने की रखेगा मांग
12 फरवरी 2024 को पटना में कुर्मी समाज का होगा महाजुटान
बिहारशरीफ के होटल ममता इंटरनेशनल के सभागार में पटेल (कुर्मी) नवजागरण अभियान की बैठक संपन्न
बिहारशरीफ (अविनाश पांडेय) । बिहारशरीफ के होटल ममता इंटरनेशनल के सभागार में पटेल (कुर्मी) नवजागरण अभियान के बैनर तले एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता कुर्मी समाज के वयोवृद्ध समाजसेवी नालंद गोपाल जी एवं मंच संचालन पटेल समाज के नेता दिलीप कुमार कर रहे थे।
बैठक का मुख्य मुद्दा कुर्मी चेतना रैली 12 फरवरी 1994 के 30 वर्ष पूरे होने पर जिस तरह गुजरात में नर्मदा तट पर सरदार पटेल की भव्य प्रतिमा स्टेचू ऑफ यूनिटी का निर्माण किया गया है, उसी तरह पटना के मरीन ड्राइव पर भी गंगा तट पर शिर्फ पटेल समाज के ही गौरव नहीं बल्कि देश के गौरव कुर्मवंशी छत्रपति शिवाजी महाराज की भव्य प्रतिमा लगायी जाये।
इसी के तहत दिनांक 12 फरवरी 2024 को पटना के मरीन ड्राइव पर जे पी सेतू के पास कुर्मी समाज का महाजुटान होने जा रहा है। इसी के लिए हर ज़िले में निमंत्रण के तहत नालंदा में भी आज कुर्मी समाज का बैठक की गयी। कुर्मी समाज की बैठक को संबोधित करते हुए दिलीप कुमार एवं समाज के समाजसेवियों ने 12 फरवरी को वहां आने का निमंत्रण दिये।
दिलीप कुमार ने समाज के लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि आप लोग अपनी बेहतरी एवं समाज को मजबूत बनाने के लिए 12 फरवरी को पटना के मरीन ड्राइव अवश्य चलें एवं अपनी एकजुटता का परिचय देते हुए सरकार पर छत्रपति महाराज की प्रतिमा लगाने पर दवाब बनायें।
इस कार्यक्रम में उस समय के कुर्मी चेतना महारैली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डॉ बिरेश प्रसाद सिन्हा ,ई अनिल कुमार सिंह, अजय कुमार रॉकेट एवं उनके साथ चल रहे टीम के सदस्यों ने पूरे कुर्मी समाज को कुर्मी चेतना रैली के विषय में विस्तार से जानकारी देते हुए इस कार्यक्रम में भी आने का निमंत्रण दिये।
कुर्मी समाज के नौजवानों एवं समाज के समर्पित लोगों ने बिहारशरीफ में पटेल छात्रावास एवं राजगीर में पटेल धर्मशाला की निर्माण की भी बात कही।
इस पर दिलीप कुमार के द्वारा इन सब बातों पर भी चर्चा के लिए इस कार्यक्रम के बाद अगले महीने बिहारशरीफ में ही कुर्मी समाज की एक बड़ी बैठक करवाने का आश्वासन दिया। इस बैठक में नालंदा जिला के अलावे नवादा जिला से भी बड़ी संख्या में आये कुर्मी समाज के लोग उपस्थित थे।