नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत GGHS नोवाबाद में जागरूकता कार्यक्रम का सफल आयोजन

नोवा बाद, जम्मू-कश्मीर। मादक द्रव्यों के सेवन के उन्मूलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, राजकीय बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (जी.जी.एच.एस.एस.) नवाबाद, जम्मू ने “नशा मुक्त भारत अभियान” के तहत एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम आदरणीय प्राचार्य डॉ. करतार चंद शर्मा के मार्गदर्शन में आयोजित हुआ और इसमें विभिन्न विभागों के विशेषज्ञों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत और उद्देश्य
कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं समाज को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करना और स्वस्थ, नशामुक्त जीवन शैली को प्रोत्साहित करना था। कार्यक्रम की शुरुआत नशा विरोधी शपथ के साथ हुई, जिसमें सभी उपस्थित लोगों ने नशे के खिलाफ प्रतिबद्ध रहने का संकल्प लिया।
संसाधन व्यक्तियों की सहभागिता और विचार
कार्यक्रम में चार प्रमुख विभागों से आए विशेषज्ञों ने अपने-अपने अनुभवों और ज्ञान को साझा किया:
स्वास्थ्य विभाग से डॉ. सोफिया जान ने नशीली दवाओं के सेवन से शरीर पर पड़ने वाले घातक प्रभावों पर प्रकाश डाला।
शिक्षा विभाग से शिक्षिका अलका शर्मा (जी.एम.एस. अलोरा, सतवारी) ने किशोरों में नशे के बढ़ते खतरे और इसके सामाजिक प्रभावों पर बात की। अलका शर्मा एक सुप्रसिद्ध कवयित्री और लेखिका भी हैं।
सामाजिक कार्य विभाग से आशिमा कोहली ने नशे के पीछे छिपे मनोवैज्ञानिक कारणों और उससे उबरने के उपायों पर जानकारी दी।
पुलिस विभाग से जनाब अजीज़ तारिक ने नशीली दवाओं के अवैध व्यापार, इसके कानूनी पहलुओं और युवाओं की भूमिका पर जोर दिया।
सत्र का संचालन और सहभागिता:
कार्यक्रम का संचालन पूनम गुप्ता ने प्रभावशाली तरीक़े से किया।
छात्रों और शिक्षकों की भागीदारी
इस जागरूकता कार्यक्रम में विद्यालय के छात्रों व संकाय सदस्यों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई। विद्यार्थियों ने विशेषज्ञों से प्रश्न पूछे और संवाद में सक्रिय भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में एक संवादात्मक सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों ने अपनी जिज्ञासाएँ साझा कीं।
कार्यक्रम न केवल जानकारीपूर्ण था बल्कि यह एक प्रेरणादायक पहल भी सिद्ध हुआ। इसने उपस्थित सभी लोगों के मन में नशे के प्रति जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना को मजबूत किया। जी.जी.एच.एस.एस. नवाबाद द्वारा किया गया यह प्रयास समाज को नशामुक्त बनाने की दिशा में एक सराहनीय पहल के रूप में याद रखा जाएगा।