डेंगू के लक्षण वाले मरीजों को सदर अस्पातल करें रेफर : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन ने प्राइवेट नर्सिंग होम्स के संचालकों के साथ की बैठक
डेंगू के बचाव को लेकर लोगों को जागरूक करने का दिया निर्देश
बक्सर, 19 अक्टूबर | जिले में बारिश का मौसम लगभग खत्म हो चुका है। लेकिन अभी भी डेंगू की संभावना खत्म नहीं हुई है। जिसको लेकर डेंगू व मलेरिया जैसे मच्छर जनित रोगों के प्रकोप से सभी को चिंताजनक परिस्थिति का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इनसे निपटने के लिए अलर्ट मोड में है।
लेकिन विभाग की एक तरफ़ा मुहिम तब तक कारगर नहीं हो सकती जब तक समुदाय भी डेंगू के लक्षणों और इससे बचाव के प्रति जागरूक और सतर्क न हो जाये। फिलवक्त डेंगू व मलेरिया प्रसार का मुख्य कारण है बरसात के बाद होना वाला जलजमाव। जिसमेंं मच्छरों के पनपने के लिए माकूल माहौल मिल जाता है।
ऐसे में डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक करने और डेंगू के इलाज को लेकर सिविल सर्जन डॉ. सुरेश चंद सिन्हा ने प्राइवेट नर्सिंग होम्स के संचालकों के साथ बैठक की। जिसमें एसीएमओ ने जिले के सदर अस्पताल में डेंगू मरीजों के इलाज की व्यवस्था की जानकारी दी।
सदर अस्पताल में है इलाज की सारी व्यवस्था
बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. शैलेंद्र कुमार ने नर्सिंग होम संचालकों को बताया कि डेंगू मरीजों का सदर अस्पातल में नि:शुल्क इलाज किया जाता है। पिछले दो माह में डेंगू से ग्रसित 41 मरीजों का इलाज किया गया और उन्हें घर भेजा गया। उन्होंने सभी नर्सिंग होम के संचालकों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी मरीज यदि डेंगू के लक्षणों के साथ उनके पास आता है तो उसे सदर अस्पताल तत्काल रेफर करें।
ताकि, चिकित्सकों की टीम की निगरानी में उनका इलाज ससमय किया जा सके। साथ ही, इस कदम से डेंगू से होने वाली मौतों की रोकथाम की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि सभी नर्सिंग होम्स में डेंगू और अन्य मच्छर जनित रोगों की जांच, इलाज और से संबंधित जानकारी वाला पोस्टर लगाएं। ताकि, लोगों को जागरूक किया जा सके।
डेंगू से बचाव के लिए साफ- सफाई एवं जागरूकता जरूरी
जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार राजीव कुमार ने कहा कि डेंगू मच्छर जनित रोग है, जो एक गंभीर बीमारी की श्रेणी में आता है। डेंगू से बचाव के लिए लोगों को साफ- सफाई एवं जागरूकता जरूरी है। फिलहाल जिले के कुछ प्रखंडों में डेंगू के मामले ज्यादा आए। जिस पर नियंत्रण कर लिया गया है। इसलिए डेंगू से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है।
स्वास्थ्य विभाग के इस अभियान में सभी नर्सिंग होम्स का सहयोग अपेक्षित है। जिले के सभी पंचायतों और वार्डों में मच्छर रोधी दवा का छिड़काव किया जा रहा है। अस्पतालों में डेंगू वार्ड बनाये गए हैं ताकि डेंगू के मरीजों का समुचित उपचार किया जा सके। डेंगू के मच्छर खासकर इसी मौसम में ज्यादा पनपते हैं और दिन के समय काटते हैं। जिससे बचाव की जानकारी आप सभी भी अपने क्लिनिक में आने वाले लोगों को दें।