आगामी 22 दिसंबर को रूद्राक्ष का बक्सर में गंगा स्नान के पश्चात् निकलेगी भव्य शोभायात्रा
5 लाख 51 हजार रूद्राक्ष से होगा राष्ट्र रक्षा महायज्ञ
बक्सर. राष्ट्र रक्षा रूद्राक्ष महायज्ञ समिति के बैनर तले जिले के धर्मानुरागियों की एक बैठक शनिवार को स्थानीय गोयल स्मृति भवन के प्रांगण में की गई. जिसकी अध्यक्षता आयोजन समिति के जिले के संयोजक राणाप्रताप सिंह ने की. उक्त अवसर पर इस अभियान की प्रमुख और सनातन धर्म की ध्वजा वाहिका साध्वी सुश्री लक्ष्मी माता जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं.
वही पटना से पधारे अरुण जी के अलावे राजाराम पांडेय, आदित्य चौधरी, हरिशंकर गुप्ता, बजरंगी तिवारी, उमाकांत पांडेय, विंध्याचल सिंह, अशोक लाल, विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे.
बैठक का संचालन भाजपा के जिला अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने किया. कार्यक्रम का शुभारंभ पूज्य साध्वी जी के हाथों महर्षि विश्वामित्र जी के तैलचित्र पर पुष्पांजलि व दीप प्रज्जवलन कर किया गया.
इस मौके पर बैठक को संबोधित करते हुए साध्वी ने कहा कि धर्म रक्षा के लिए आयोजित इस महायज्ञ में 5 लाख 51000 रुद्राक्ष से भोलेनाथ का अभिषेक किया जाएगा. इससे पूर्व दिनांक 22 दिसंबर को बक्सर के रामरेखा घाट पर रुद्राक्ष को गंगा में नहलाया जाएगा इसके बाद नगर में रुद्राक्ष दर्शन के लिए साधु संतों के साथ विशाल शोभा यात्रा निकाली जाएगी.
दिनांक 24 दिसंबर से 29 दिसंबर तक कैमूर जिले के मोहनिया स्थित महाराणा प्रताप महाविद्यालय के विशाल परिसर में 6 दिनों तक आयोजित यह दिव्य यज्ञ चलेगा. यज्ञ में जिले के कोने-कोने से सहभागिता के लिए लोगों से संपर्क अभियान चलाया जाएगा. इसके उपरांत इस प्राण प्रतिष्ठित रुद्राक्ष को यज्ञ समिति से जुड़े लोगों के बीच वितरित किया जाएगा.
इस मौके पर बैठक को संबोधित करते हुए राणाप्रताप सिंह ने लोगो से आग्रह करते हुए कहा कि आगामी 24 दिसम्बर से 29 दिसम्बर तक कैमुर जिले के मोहनियां स्थित महाराणा प्रताप महाविद्यालय में राष्ट्र रक्षा रुद्राक्ष महायज्ञ के आयोजन में जिले के लोगों का भरपूर संख्या में भागिदारी होनी चाहिए.
क्योंकि बक्सर महर्षि विश्वामित्र की तपोभूमि है. और ऐसा दिव्य महायज्ञ बिहार की धरती पर दूसरी बार हो रहा है. यह राष्ट्र रक्षा रूद्राक्ष महायज्ञ सनातन संस्कृति की रक्षा कवच के रुप में कार्य करेगा. उन्होंने बैठक के माध्यम से जिले के तमाम धर्मानुरागी बंधुओं से यज्ञ समिति से जुड़कर इस राष्ट्र रक्षार्थ महायज्ञ की कड़ी बनने का आग्रह भी किया गया.
बैठक में सुरेश वर्मा, विश्वमित्र सिंह, दयाशंकर तिवारी, नन्दलाल पंडित,धर्मेन्द्र सिंह, सुनील सिंह, आशा नन्द सिंह, रामसागर सिंह,विमल सिंह, अरुण गुप्ता,चन्दन राम, धीरेंद्र सिंह,संतोष राय,शिवचन्द सिंह चन्दन राम, लखिनारायन पाठक, लाल साहब सिंह, मुनीजी सिंह,तारकेश्वर राय,रामसागर सिंह अरुण सिंह,अमर जायसवाल सहित अन्य सदस्य मुख्य रूप से उपस्थित थे.