आंगनबाड़ी केंद्र पर गोदभराई कार्यक्रम में गर्भवती महिला को दी गई बेहतर पोषण की जानकारी
डुमरांव. मातृ पोषण स्तर को बढ़ाने के उद्देश्य से गुरुवार को प्रखंड के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की रस्म की गई. गर्भवती महिलाओं को पोषक आहार वितरण के साथ बेहतर पोषण और प्रसव पूर्व जांच की जानकारी दी गई. सरकार बेहतर पोषण के लिए विभिन्न कार्यक्रमों को संचालित करती है. इसके तहत प्रत्येक माह की सात तारीख को आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सात से नौ महीने की गर्भवती महिलाओं की गोद भराई कराई जाती है.
सीडीपीओ नीरू बाला ने बताया कि गोदभराई दिवस मनाने को लेकर विभाग का उद्देश्य महिलाओं में पोषण को लेकर जागरूकता बढ़ाना है. गर्भावस्था में खान-पान का हमेशा ध्यान रखना चाहिए. प्रतिदिन हरे साग-सब्जी, मूंग का दाल, सतरंगी फल, सूखे मेवे एवं दूध, सप्ताह में दो से तीन बार, अंडे, मांस, महिला खाएं. इस दौरान अतिरिक्त वसा की जरूरत को पूरा करने के लिए चिकनाई पूर्ण खाद्य पदार्थों का सेवन करें.
साथ ही जिन महिलाओं में खून की कमी हो, उन गर्भवती महिलाओं को बच्चे को जन्म देने से पहले 180 आयरन की गोलियां लेनी चाहिए और 180 ही जन्म के बाद भी लेनी चाहिए. प्रसव कालीन जांच व सुविधाओं की दी जानकारी नुआंव पंचायत अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 47 पर सेविका लीलावती देवी व पोषक क्षेत्र के लाभार्थियों की उपस्थिति में सुनिता कुमारी, पति हेमराज पासवान की गोद भराई कराई.
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की जानकारी भी दी. उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं को शिशु होने तक तीन किस्तों में कुल 5000 रुपये की राशि सरकार द्वारा दी जाती है. पहली किश्त 1000 रुपये दी जाती है. जिसके लिए किसी भी सरकारी स्वास्थ्य इकाई में गर्भ धारण करने के 150 दिनों के अंदर पंजीकरण कर जरूरी दस्तावेज देने पड़ते हैं. सेविका ने ने नियमित स्तनपान के फायदों बारे में जानकारी दी.