अनुमंडल अस्पताल में जीविका दीदी द्वारा साफ-सफाई एवं वस्त्र धुलाई का कार्य शुरू, डीएम ने फिता काट शुभारंभ
डुमरांव. डीएम अंशुल अग्रवाल के द्वारा अनुमंडल अस्पताल में जीविका दीदी के द्वारा साफ-सफाई एवं वस्त्र धुलाई का कार्य का फिता काटकर शुभारंभ किया. डीएम द्वारा बताया गया कि दिनांक 13.02.2023 को राज्य स्वास्थ्य समिति एवं जीविका के बीच अनुबंध के तहत बिहार राज्य के 38 जिलों में सदर, जिला अस्पताल एवं अनुमंडल अस्पताल में अंतवासी मरीजों के लिए वस्त्र की धुलाई एवं अस्पताल परिसर की साफ-सफाई का कार्य जीविका दीदियों द्वारा कराने का निर्णय लिया गया है.
जिसमें सभी जीविका दीदियों को देखपाल एवं पदस्थापन संकुल स्तरीय संध के द्वारा किया जाना है. डीएम द्वारा बताया गया कि जीविका एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से अस्पताल आने वाले मरीजों के लिए बेहतर साफ-सफाई एवं धुलाई की बेहतर सेवा प्रदान करना सर्वोच्च प्राथमिकता है. जीविका दीदियों द्वारा पूरे अस्पताल परिसर एवं कार्यालय की साफ-सफाई किया जायेगा.
इस कार्य का सुचारू रूप से सफल संचालन हेतु संकुल संध द्वारा 20 जीविका दीदियों को अस्पताल के साफ-सफाई व धुलाई हेतु प्रतिनियुक्त गया है. जिसमें जीविका दीदियों को रोस्टर के अनुसार तीन शिफ्ट में प्रातः 06:00 बजे से अपराहन 02:00 बजे तक, अपराहन 02:00 बजे से रात्रि 09:00 बजे तक एवं रात्रि 09:00 बजे से प्रातः 06:00 बजे तक कार्य करेंगी. ग्राडेन एवं ड्रेनिंग अस्पताल के परिसर के साफ-सफाई की भी जिम्मेदारी दिया गया है.
सभी जीविका दीदियां अपने रोस्टर के अनुसार अपने जिम्मेवारी का निर्वहन अच्छे से करेंगी. वस्त्र धुलाई के लिए दो जीविका दीदियों को पदस्थापित किया गया है. इनके कार्यों के पर्यवेक्षण हेतु संकुल संध को नामित किया गया है. अनुमंडल अस्पताल का डीएम ने किया निरीक्षण-उद्घाटन के बाद डीएम सीधे लेबर रूम पहुंचे, जहां उन्होंने प्रसूति महिलाओं से बात कर व्यवस्था का हाल जाना.
अस्पताल प्रबंधक देवेन्द्र तिवारी से डेगू वार्ड के बारे में पुछा तो प्रबंधक ने बताया कि कुछ दिन पहले नवनिर्मित एनबीएसयू भवन के खाली पड़े वार्ड में डायरिया मरीज को रखा गया था. तत्काल उसे डेंगू वार्ड बनाया गया है. जीविका द्वारा कार्यरत सफाई कर्मियों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रबंधक को निर्देशित किया.
निरीक्षण के दौरान शिकायत पेटिका के बारे में जानकारी ली. प्रबंधक ने बताया कि पेटिका में आने वाले शिकायत पर तत्काल कार्रवाई की जाती है. डीएम ने अस्पताल प्रबंधन को निर्देशित किया कि दो से तीन माह में गुणवत्ता सार्टिफिकेट अप्लाई करने को लेकर अस्पताल में छूटे हुए कार्यों को पूरा करें.
इस दौरान मौके पर डीडीसी डाॅ महेंद्र पाल, प्रभारी सिवील सर्जन डॉ शालीग्राम पांडेय, अस्पताल उपाधीक्षक डाॅ गिरीश कुमार सिंह, एसडीओ राकेश कुमार, बीडीओ संदीप कुमार पाण्डेय, सीडीपीओ नीरू बाला, जीविका डीपीएम चंदन कुमार, बीपीएम अखिलेश कुमार, डाॅ अजीत किशोर, डाॅ उमेश प्रसाद, डाॅ सुमित सौरभ, डाॅ जुनैद अख्तर खान, डाॅ रश्मि कुमारी, फर्मासिस्ट संतोष कुमार सहित अन्य उपस्थित रहे.