MMDP किट देते वक्त फाइलेरिया रोगियों को समझाएं किट का महत्व : डॉ सुधीर कुमार
डीआइओ भवन के सभागार में एमएमडीपी किट पर चिकित्सकों, भीबीडीसी व एएनएम को मिला प्रशिक्षण
डब्ल्यूएचओ की डॉ माधुरी ने फाइलेरिया के सभी स्टेज के बारे में विस्तार से बताया
मुजफ्फरपुर। अब फाइलेरिया रोगी को एमएमडीपी किट देते वक्त चिकित्सकों और नर्सों को एमएमडीपी प्रशिक्षण की कमी आड़े नहीं आएगी। इसके लिए डीआइओ भवन स्थित सभागार में मंगलवार को जिले के प्रत्येक प्रखंडों से आए चिकित्सकों, भीबीडीसी एवं एएनएम को एमएमडीपी किट पर प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण के दौरान डब्ल्यूएचओ की रीजनल कोऑर्डिनेटर डॉ माधुरी देवराजु ने फाइलेरिया के विभिन्न चरणों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि एमएमडीपी किट फाइलेरिया के तीसरे चरण से प्रभावी हो जाता है, क्योंकि इस अवस्था के आते आते फाइलेरिया रोगियों में सूजन बढ़ जाती है। साथ ही फाइलेरिया के एक्यूट अटैक के खतरे की संभावना भी अत्यधिक होती है।
ऐसे में एमएमडीपी से फाइलेरिया रोगी, रोग प्रबंधन की एक कला सीखते हैं। जिससे उन्हें काफी आराम मिलता है। प्रशिक्षण के दौरान बोचहां प्रखंड के 5 फाइलेरिया मरीजों को एमएमडीपी किट का वितरण किया गया। वहीं इसके अलावा पांच मरीजों के विकलांगता सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया गया।
प्रशिक्षण के दौरान जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सुधीर कुमार ने बताया कि यह प्रशिक्षण एमएमडीपी किट के वितरण के समय काफी असरदार होगा। किट वितरण के समय इसके इस्तेमाल के तरीकों को प्रत्येक मरीजों को बताना आवश्यक है, ताकि वे उस किट का सही इस्तेमाल कर पाएं। इसके अलावा व्यायाम भी इस रोग में काफी प्रभावी होता है।
फाइलेरिया उन्मूलन के लिए दो पिलरों पर हो रहा काम
डॉ सुधीर कुमार ने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जिला दो पिलरों पर काम कर रहा है। पहला सर्वजन दवा अभियान और दूसरा एमएमडीपी क्लीनिक। हमारा प्रयास है कि हम हर फाइलेरिया मरीज को उनके डोर स्टेप तक सुविधा दें। जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एमएमडीपी क्लीनिक है।
सभी एमएमडीपी क्लीनिकों पर प्रत्येक मंगलवार को किट का वितरण एवं फाइलेरिया मरीजों को व्यायाम भी कराया जाता है। प्रशिक्षण के दौरान भीडीसीओ पुरुषोत्तम कुमार, राजीव कुमार सिंह, रौशन कुमार, भीडीसीओ अभिषेक कुमार, भीबीडीसी राजीव कुमार, प्रत्येक प्रखंड से आए चिकित्सा पदाधिकारी, बीसीएम, भीबीडीएस सहित एएनएम उपस्थित थीं।