मुजफ्फरपुर : दवा खाने के बाद उल्टी या चक्कर आना समस्या नहीं, फाइलेरिया परजीवी के मरने का है एक शुभ संकेत
रिफ्यूजल ब्रेक व सर्वजन दवा सेवन पर भ्रम मिटाने दिन भर घूमतै रहे डॉ सतीश
कुढ़नी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जाना बीमार बच्चों का हाल
मुजफ्फरपुर। अफवाह फैलते देर नहीं लगती। अफवाहों की ऐसी ही चिंगारी सोमवार को उमड़ी थी, जब कुढ़नी के एक स्कूल में सर्वजन दवा सेवन अभियान के तहत दी जाने वाली दवाओं से बच्चों में उल्टी और चक्कर जैसे सामान्य लक्षण उभरे थे। जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने बताया कि सोमवार को कुढ़नी में एमडीए/आइडीए की दवा खाने से कुछ बच्चों के बीमार होने की सूचना मिली।
जिलाधिकारी सुब्रत सेन के निर्देश पर मैं कुढ़नी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गया। बच्चों में सामान्य लक्षण थे जैसे उल्टी, चक्कर जैसे कुछ लक्षण थे। सामान्य उपचार के खाली बाद सभी बच्चे ठीक हो गए। एक अपील है कि जो भी बच्चे इस दवा को खा रहे हैं वह अल्बेंडाजोल की गोली को पूरी तरह चबाकर खाएं और मुंह में पानी की हिलकोरें मारकर उसे पी लें।
पेट न करें दवा का सेवन
डॉ सतीश कुमार ने बताया कि फाईलेरिया रोधी दवाएं गुणवत्ता एवं प्रभाव स्तर पर पूर्णता सुरक्षित है। जिन बच्चों में दवा सेवन के बाद उल्टी, चक्कर एवं सर दर्द जैसी शिकायत आयी है, उनके क्षेत्र में फाइलेरिया परजीवी का संक्रमण होने की पुष्टि होती है। इसे आसान शब्दों में समझें तो यह है कि दवा सेवन के बाद अगर किसी तरह की शारीरिक शिकायत होती है,
तो यह स्पष्ट होता है कि शरीर में पहले से फाइलेरिया के परजीवी मौजूद थे। दवा सेवन से परजीवी मरते हैं, जिसके कारण उल्टी, चक्कर या सर दर्द जैसे छोटी-मोटी शिकायत हो सकती है। एक महत्वपूर्ण बात हमेशा याद रखें कि दवा का सेवन कभी भी खाली पेट नहीं करें।
किसी भी तरह की दिक्कत में जाएं नजदीकी सरकारी अस्पताल
सर्वजन दवा सेवन अभियान के तहत अगर किसी भी तरह की दिक्कत होती है तो बेझिझक नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाएं। आशा के पास भी क्विक रिस्पांस टीम बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग आपके बेहतर स्वास्थ्य के लिए हमेशा तत्पर है।
गांव से लेकर जिला स्तर पर स्वास्थ्य कर्मी किसी भी तरह की समस्या से आपको बचाने के लिए तैयार हैं। आइए एक बार फ़िर एक जुट होकर दवा सेवन का संकल्प लें और फाइलेरिया को दूर भगाएं।