सीतामढ़ी : दवा खाने के बाद उल्टी या चक्कर आना समस्या नहीं, फाइलेरिया परजीवी के मरने का है एक शुभ संकेत
खाली पेट दवा न खाने की लोगों की सलाह
किसी भी तरह की दिक्कत में जाएं नजदीकी अस्पताल
थोड़ी देर आराम से भी बेहतर होती है स्थिति
सीतामढ़ी। अफवाह फैलते देर नहीं लगती। यह ऐसी आग है जो बिना आग और हवा के जोर पकड़ती है। ऐसी ही कुछ अफवाह जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए चलाई जाने वाली दवा को लेकर पकड़ी। बिना सच्चाई जाने ही कुछ बच्चों में सामान्य लक्षण पर ही लोगों के बीच भ्रम फैलने लगी। हालांकि कुछ ही समय में सब सामान्य हो गया।
भ्रांतियों के फैलते ही जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ रविन्द्र कुमार यादव सक्रिय हो गए। डॉ रविन्द्र यादव ने बताया कि लोगों को यह भ्रम है कि दवा खाने से कुछ हो जाएगा। फाईलेरिया रोधी दवाएं गुणवत्ता एवं प्रभाव स्तर पर पूर्णता सुरक्षित है। जिन बच्चों में दवा सेवन के बाद उल्टी, चक्कर एवं सर दर्द जैसी शिकायत आयी है, उनके क्षेत्र में फाइलेरिया परजीवी का संक्रमण होने की पुष्टि होती है।
इसे आसान शब्दों में समझें तो यह है कि दवा सेवन के बाद अगर किसी तरह की शारीरिक शिकायत होती है तो यह स्पष्ट होता है कि शरीर में पहले से फाइलेरिया के परजीवी मौजूद थे। दवा सेवन से परजीवी मरते हैं, जिसके कारण उल्टी, चक्कर या सर दर्द जैसे छोटी-मोटी शिकायत हो सकती है।
अगर इसे दूसरे रूप में समझें तो यह एक शुभ संकेत है कि दवा फाइलेरिया परजीवी को मारने में असरदार साबित हो रही है। कोई अनहोनी घटना न हो इसके लिए माइक्रोप्लान में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सीएचओ और अन्य प्रखंड स्तरीय अधिकारियों के नंबर मौजूद हैं। वहीं एंबुलेंस में भी दवा रखी हुई है।
खाली पेट इस दवा का नहीं करें सेवन
डॉ यादव ने बताया कि इस दवा का सेवन खाली पेट में बिल्कुल नहीं करना है। अधिकांश बच्चों में घबराहट के कारण कुछ प्रतिकूल लक्षण प्रकट होतेे हैं। सभी बच्चों से मैं मिला हूं। सभी स्वस्थ हैं। किसी भी बच्चों में चिंता वाली कोई स्थिति नहीं थी।
किसी भी तरह की दिक्कत में जाएं नजदीकी सरकारी अस्पताल
सर्वजन दवा सेवन अभियान के तहत अगर किसी भी तरह की दिक्कत होती है तो बेझिझक नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाए्ं। आशा के पास भी क्विक रिस्पांस टीम बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग आपके बेहतर स्वास्थ्य के लिए हमेशा तत्पर है। गांव से लेकर जिला स्तर पर स्वास्थ्य कर्मी किसी भी तरह की समस्या से आपको बचाने के लिए तैयार हैं। आइये एक बार फ़िर एक जुट होकर दवा सेवन का संकल्प लें और फाइलेरिया को दूर भगाएं।