वाल्मीकिनगर आने वाले पर्यटकों को और मिलेगी सुविधा, वाल्मीकिनगर क्षेत्र का शीघ्र होगा सर्वांगीण विकास
वाल्मीकिनगर का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा, श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को प्राप्त होगी सुखद अनुभूति
बेतिया। ऐतिहासिक, पौराणिक एवं धार्मिक स्थल के रूप में विश्वविख्यात वाल्मीकिनगर क्षेत्र का सर्वांगीण विकास शीघ्र कराया जाएगा ताकि यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं, पर्यटकों को बेहतर से बेहतरीन सुविधाएं मिल सके।
इससे इस क्षेत्र का चौमुखी विकास होगा और स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। जिला प्रशासन द्वारा इसकी पहल शुरू कर दी गयी है। शीघ्र ही यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को सुखद अनुभूति प्राप्त होगी।
प्राप्त निर्देश के आलोक में जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, बेतिया, श्री दिनेश कुमार राय जिलास्तरीय पदाधिकारियों की टीम के साथ 3 अगस्त की संध्या वाल्मीकिनगर पहुँचे और 4 अगस्त की देर संध्या तक विभिन्न स्थलों का निरीक्षण कर यह जानने का प्रयास किये कि कैसे इस स्थल को और अधिक विकसित किया जा सकता है।
कैसे यहाँ श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकती है। कैसे इस क्षेत्र का समग्र विकास हो सकता है। कैसे यहाँ के लोगों का जीवनयापन बेहतर हो सकता है।
सूक्ष्मता से पधाधिकारियों ने लिया जायजा
जिलाधिकारी की टीम में शामिल अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, अपर समाहर्ता, विभागीय जाँच, श्री कुमार रविन्द्र, अनुमंडल पदाधिकारी, बेतिया, श्री विनोद कुमार ने वाल्मीकिनगर क्षेत्र का सूक्ष्मता से जायजा लिया। जिलाधिकारी के नेतृत्व में जिलास्तरीय पदाधिकारी का दल वाल्मीकिनगर क्षेत्र के विभिन्न जगहों का भ्रमण किया।
यहाँ तक कि प्रसिद्ध जटा शंकर मंदिर तक भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया गया। सैकड़ों श्रद्धालुओं से वार्ता की गई। जटाशंकर मंदिर आने-जाने में श्रद्धालुओं को क्या-क्या असुविधा हो रही है तथा इसका समाधान कैसे हो सकता है, का फीडबैक भी लिया गया। स्थलीय निरीक्षण के क्रम में माननीय जिला परिषद अध्यक्ष, श्री निर्भय कुमार महतो भी उपस्थित थे।
श्रद्धालुओं को बहुत सारी सुविधाएं नहीं मिल पा रही है
जिलाधिकारी, श्री दिनेश कुमार राय ने भ्रमण के क्रम में बताया कि वाल्मीकिनगर ऐतिहासिक, पौराणिक एवं धार्मिक स्थल है। दूर-दूर से श्रद्धालु एवं पर्यटक यहाँ पहुँच रहे हैं। इन्हें बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर वाल्मीकिनगर के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में पाया गया कि यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं को बहुत सारी सुविधाएं नहीं मिल पा रही है।
उन्होंने बताया कि यहाँ सरकारी/जिला परिषद की जमीन है, जो एनओसी के अभाव में, उचित रख-रखाव के अभाव में बेकार पड़ी हुई है। जिलास्तरीय टीम ने उक्त सभी स्थलों का मुआयना किया है। उन्होंने बताया कि स्थानीय प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी को निर्देश दिया गया है कि 7-10 दिनों के अंदर उक्त सारे जमीन को चिन्हित किया जाय ताकि अग्रतर कार्रवाई की जा सके।
पेजयल, शौचालय, प्रकाश, ठहरने के लिए उचित व्यवस्था, साफ-सफाई आदि अन्य व्यवस्थाएं सुदृढ़ होगी
जिलाधिकारी ने बताया कि वाल्मीकिनगर गोल चौक के समीप के क्षेत्र का भी समुचित सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। पेजयल, शौचालय, प्रकाश, ठहरने के लिए उचित व्यवस्था, साफ-सफाई आदि अन्य व्यवस्थाएं सुदृढ़ करायी जाएगी।
उन्होंने बताया कि स्थानीय पदाधिकारियों से प्राप्त प्रतिवेदन के उपरांत पुनः जिलास्तरीय टीम वाल्मीकिनगर पहुँच कर स्थलीय जाँच करेगी और सुविधाओं को बेहतर करने की संभावनाओं की तलाश करेगी। उन्होंने बताया कि इसी के अनुरूप प्राक्कलन तथा अन्य व्यवस्थाओं को अमली जामा पहनाया जाएगा। सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हुए इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।
सरकार वाल्मीकिनगर के समग्र विकास, सौंदर्यीकरण के लिए कृत संकल्पित है
उन्होंने बताया कि सरकार वाल्मीकिनगर के समग्र विकास, सौंदर्यीकरण के लिए कृत संकल्पित है। इस कार्य में जिला प्रशासन हर संभव सहयोग करेगा। इस कार्य में स्थानीय सभी माननीय जनप्रतिनिधिगणों सांसद, विधायक, विधान पार्षद सहित जिला परिषद का सहयोग लिया जाएगा और स्थानीय लोगों से फीडबैक भी लिया जाएगा।
इसके साथ ही विभिन्न विभागों से समन्वय स्थापित पर इस कार्य को तीव्र गति से कराना सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र के विकास की शुरुआत प्रारम्भ कर दी गयी है। साथ ही व्यापक योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने की कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान जिलाधिकारी ने वाल्मीकिनगर थाना का भी निरीक्षण किया और थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिस अधिकारियों को विधि-व्यवस्था संधारण के निमित आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण यहाँ के पुलिस अधिकारी सजग एवं सतर्क रहकर कार्य करें। अपराधियों एवं असामाजिक तत्वों के विरुद्ध तत्क्षण निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करें। आने-जाने वाले पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं हो, इसका ध्यान रखना है।