नाईट ब्लड सर्वे और एमएमडीपी किट पर दो दिवसीय प्रशिक्षण की हुई शुरुआत
सभी प्रखंड सहित चारो यूपीएचसी में बनेंगे दो ब्लड कलेक्शन साइट
दो पालियों में 72 प्रतिभागियों का हुआ प्रशिक्षण
मुजफ्फरपुर। सदर अस्पताल के मलेरिया कार्यालय में सोमवार को नाइट ब्लड सर्वे की तैयारियों के मद्देनजर स्वास्थ्य कर्मियों के दो दिवसीय प्रशिक्षण की शुरुआत हुई। दो दिवसीय इस प्रशिक्षण में सभी प्रखंड सहित चारो यूपीएचसी से 72 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण के दौरान जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सुधीर कुमार ने बताया कि सभी प्रखंडों सहित चारो यूपीएचसी में दो दो रक्त संग्रह साइट बनाया जाएगा। जिसमें एक रैंडम और एक सेंटिनल साइट बनाया जाएगा।
प्रशिक्षण के दौरान डब्ल्यूएचओ की रिजनल समन्वयक डॉ माधुरी देवराजु ने बताया कि फाइलेरिया बुचेरेरिया बैकरोफ्टी नामक जीवाणु से होता है, जो क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है। नाइट ब्लड सर्वे रात में साढे आठ बजे के बाद और 12 बजे के पहले होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि फाइलेरिया के परजीवी हमेशा रात में ही निकलते हैं। स्वस्थ दिखे व्यक्ति में भी फाइलेरिया के परजीवी हो सकते हैं।
एनबीएस से पता चलेगा कि किस प्रखंड में कितना फाइलेरिया का प्रसार है। प्रखंड के दोनों साइट मिलाकर प्रसार दर 1 प्रतिशत या उससे अधिक आने पर आगामी फरवरी में एमडीए/आइडीए कार्यक्रम के तहत सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाएगा।
स्थानीय स्तर पर पहले करना है जागरूक
जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सुधीर कुमार ने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे के दौरान स्थानीय स्तर पर पहले से लोगों को जागरूक करना है। लोगों को पहले से बता कर रखना है। इसके लिए लिए आंगनबाड़ी, आशा और जनप्रतिनिधि की सहायता लेनी है।
सैंपल देने वालों की पहचान सहित पूरी जानकारी रजिस्टर पर दर्ज करनी है। इसके अलावे स्लाइड पर प्रोपर कोडिंग करनी है। सैंपल को सही तरीके से सुखाने के बाद ही बॉक्स में डालना है। सैंपल के रखरखाव संबंधित महत्वपूर्ण चरणों को बताया गया। प्रशिक्षण के दौरान सीएचओ और एएनएम को एमएमडीपी किट से संबंधित प्रशिक्षण भी दिया गया।
मौके पर भीडीसीओ पुरुषोत्तम कुमार, भीडीसीओ राजीव कुमार, भीडीसीओ रौशन कुमार, एफएलए संजय कुमार, भीडीसीओ अभिषेक कुमार, पीरामल से इफ्तिखार अहमद खान और सीफार से नीतू कुमारी सहित अन्य मौजूद थे।