डिजिटल हीमोग्लोबिनोमीटर से एनीमिया जांच की विधि पर दिया गया प्रशिक्षण
बेतिया। एनीमिया मुक्त भारत अभियान को लेकर जिले के स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिले के ठकराहां, पिपरासी, मधुबनी, बगहा-1, बगहा-2, लौरिया, नरकटियागंज, रामनगर, मैनाटांड़, सिकटा, मझौलिया, नौतन, बैरिया, चनपटिया, बेतिया, योगापट्टी एवं गौनाहा के चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक, एएनएम व अन्य
स्वास्थ्यकर्मियों को जीएनएम स्कूल बेतिया में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान स्वास्थ्यकर्मियों को डिजिटल हीमोग्लोबिनोमीटर से एनीमिया की जांच की विधि बताई जा रही है। ताकि एनीमिया के रोगियों की शीघ्र और सटीक जांच की जा सके।
मौके पर सिविल सर्जन डॉ श्रीकांत दुबे ने बताया कि डिजिटल हिमोग्लोबीनोमीटर मशीन से एक मिनट से भी कम समय में खून में एचबी प्रतिशत की मात्रा का पता चल जाएगा। जिससे खून की कमी से जूझते मरीजों की पहचान में आसानी होगी। सीएस ने कहा कि मातृ मृत्यु का एक प्रमुख कारण एनीमिया होता है जिसे सही समय पर पहचान कर मृत्यु के संभावित कारण को कम किया जा सकता है।
रक्त की कमी होने पर आयरन की गोली का सेवन जरूरी
डीसीएम राजेश कुमार ने कहा कि किशोरावस्था के दौरान बेहतर शारीरिक और मानसिक विकास के लिए शरीर में उचित मात्रा में रक्त होनी चाहिए। किशोरियों में खून की कमी भविष्य में सुरक्षित मातृत्व के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र पर किशोरियों और गर्भवती महिलाओं को आयरन की गोली दी जाती है।
रक्त की कमी होने पर आयरन की गोली का सेवन करना चाहिए। साथ ही संतुलित आहार में फल, हरी सब्जिया, दूध, मांस, मछली आदि का सेवन करना चाहिए। प्रशिक्षण कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ श्रीकांत दुबे, डीआईओ डॉ अवधेश कुमार सिंह, अनुश्रवण पदाधिकारी विनय कुमार सिंह, डीसीएम राजेश कुमार, आरबीएसके डीसी रंजन कुमार मिश्रा, एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, कर्मी मौजूद थे।