
पीरो (भोजपुर)। उत्क्रमित मध्य विद्यालय खैरही में शिक्षिका पूनम तिवारी के नवाचारी प्रयासों से शिक्षा को रुचिकर और प्रभावी बनाया जा रहा है। उनकी अनूठी शिक्षण पद्धति के तहत बच्चे खेल-खेल में पढ़ाई के द्वारा सीखते हैं, जिससे वे उत्साहपूर्वक शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
विद्यालय में पढ़ाई के दौरान बच्चों के लिए मनोरंजनपूर्ण वातावरण तैयार किया गया है, जिससे वे सीखने की प्रक्रिया में अधिक रुचि दिखा रहे हैं। पूनम तिवारी पारंपरिक पढ़ाई की जगह विभिन्न गतिविधियों और खेलों के माध्यम से बच्चों को कठिन विषयों को समझाने की दिशा में कार्य कर रही हैं। इससे न केवल बच्चों की समझ में सुधार हो रहा है, बल्कि वे शिक्षा को एक बोझ की तरह न लेकर एक आनंददायक प्रक्रिया के रूप में अपना रहे हैं।
गणित, विज्ञान और भाषा जैसे कठिन विषयों को सरल और रोचक बनाने के लिए वे क्रिएटिव टीचिंग तकनीकों का उपयोग कर रही हैं। उनकी इस पद्धति से बच्चों की कल्पनाशक्ति और समस्या समाधान क्षमता भी विकसित हो रही है। इसके अलावा, बच्चे अधिक आत्मविश्वास से भरपूर होकर प्रश्न पूछने और उत्तर देने में सक्रिय भागीदारी दिखा रहे हैं।
विद्यालय प्रशासन और अभिभावकों ने पूनम तिवारी के इस नवाचारी प्रयास की सराहना की है। उनका मानना है कि इस प्रकार की शिक्षण विधियां बच्चों को पारंपरिक रटने की बजाय समझने और वास्तविक जीवन में लागू करने की प्रेरणा देती हैं। उनके इस अभिनव प्रयास से विद्यालय में शिक्षा का स्तर और गुणवत्ता निरंतर बढ़ रही है।
