ICDS की समीक्षात्मक : आँगनबाड़ी केन्द्रों की निर्धारित संख्या में नहीं हो रहा निरीक्षण, संबंधित CDPO से कारण पृच्छा करने का निर्देश
बक्सर। जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में आईसीडीएस की समीक्षात्मक बैठक समाहरणालय परिसर अवस्थित सभाकक्ष में की गई। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि आँगनबाड़ी केन्द्रों की निर्धारित संख्या में निरीक्षण नहीं हो रहा है। यह भी पाया गया कि मार्गदर्शिका के विरूद्ध बक्सर एवं ब्रह्मपुर में महिला पर्यवेक्षिका के बीच सेक्टर आवंटित किया गया है। इस क्रम में संबंधित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी से कारण पृच्छा करने का निर्देश दिया गया।
समीक्षा के क्रम में पाया गया कि दिसम्बर माह में मात्र एक सेविका को कार्य मुक्त किया गया है। निरीक्षण विवरणी के अवलोकन के क्रम में पाया गया कि गंभीरता से निरीक्षण नहीं किया जा रहा है। जिला स्तर के जाँच में विभिन्न प्रकार के अनियमितता आँगनबाड़ी केन्द्रों पर पायी जाती है। इस आलोक में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आई0सी0डी0एस0 बक्सर, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षिका को गंभीरता से निरीक्षण करते हुए कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
पोषण ट्रैकर की समीक्षा के क्रम में औसत से कम उपलब्धि वाले बाल विकास परियोजना पदाधिकारी से कारण पृच्छा करने हेतु जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आई0सी0डी0एस0 बक्सर को निर्देश दिया गया। साथ ही प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना, टी0एच0आर0 वितरण, पेयजल आपूर्ति एवं अन्य मदों में ब्रह्मपुर परियोजना का स्थिति अत्यंत ही असंतोषजनक रहने के लिए बाल विकास परियोजना पदाधिकारी ब्रह्मपुर से कारण पृच्छा करते हुए उनका वेतन स्थगित करने का निर्देश दिया गया।
विभागीय निर्देश के आलोक में आँगनबाड़ी केन्द्र हेतु क्रय किये गये गैस चूल्हों की गुणवता की जाँच कराने हेतु नोडल पदाधिकारी निरीक्षण एवं अनुपालन कोषांग बक्सर को निर्देश दिया गया। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि पेयजल सुविधा विहीन आँगनबाड़ी केन्द्रों पर उक्त सुविधा उपलब्ध कराने हेतु राशि आवंटित की गई है।
परंतु किसी भी आँगनबाड़ी केन्द्रों पर कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है। जिस पर जिला पदाधिकारी द्वारा खेद व्यक्त किया गया। जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस बक्सर को निर्देश दिया गया कि कार्य शीध्र पूर्ण कराने हेतु अग्रेतर कार्रवाई करेंगे। बैठक में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस बक्सर, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, एवं महिला पर्यवेक्षिका उपस्थित थे।