हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर जगदीशपुर नौतन में हो रहा है शिशुओं का नियमित टीकाकरण
जानलेवा बीमारियों से बचाव हेतु समय पर कराएं टीकाकरण
जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर हो रहा है नियमित टीकाकरण
बेतिया। जिले के जगदीशपुर नौतन के मॉडल हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर शिशुओं को कई तरह की बिमारियों से सुरक्षा प्रदान करने को लेकर नियमित टीकाकरण की जा रही है। वहीं अब जिले के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सप्ताह मे तीन दिन सोमवार, मंगलवार व गुरुवार को शून्य से पांच साल तक के बच्चों के साथ साथ गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण भी किया जा रहा है।
टीकाकरण कॉर्नर के माध्यम से संबंधित पंचायतों के लाभुकों को शत-प्रतिशत टीकाकृत किया जाता है इसका लाभ ग्रामीणों को मिल रहा है। यह कहना है नौतन के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शंकर रजक का। उन्होंने बताया की टीकाकरण के सम्पूर्ण लक्ष्य को हासिल करने के लिए विभाग की इस पहल का उद्देश्य सम्पूर्ण टीकाकरण के 95 प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति करना है।
उन्होंने बताया जगदीशपुर नौतन के इस मॉडल हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र पर गर्भवती महिलाओं को भी टीकाकरण का लाभ दिया जा रहा है। डॉ शंकर ने कहा की नजदीकी क्षेत्र में स्वास्थ्य उपकेंद्र होने से लोगों को वेवजह के खर्च व समय की बचत होगी। अपने ही क्षेत्र में टीकाकरण के साथ छोटी मोटी बीमारियों का आसानी से इलाज हो सकेगा।
नियमित टीकाकरण से जानलेवा बीमारियों से होता है बचाव
सीएचओ सुनील बरबा ने बताया की नियमित टीकाकरण से कई जानलेवा बीमारियों से बचाव होता है साथ ही इससे शरीर में संक्रामक बीमारी से लड़ने की क्षमता का भी विकास होता है। नियमित टीकाकरण के टीके नि:शुल्क उपलब्ध हैं।
गर्भवती महिलाओं से आरंभ होकर शिशु के पांच साल तक होने तक के टीके नियमित रूप से दिये जाते हैं। ये टीके शिशुओं को खसरा, टिटनस, पोलियो, क्षय रोग, गलघोंटू, काली खांसी और हेपेटाइटिस बी जैसे कई प्रकार की जानलेवा बीमारियों से बचाते हैं।
सुरक्षा के लिए ये टीके लगवाने होते हैं जरूरी
-बच्चे के जन्म लेते ही उन्हें ओरल पोलियो, हेपेटाइटिस बी, बीसीजी
-डेढ़ महीने बाद ओरल पोलियो-1, पेंटावेलेंट-1, एफआईपीवी-1, पीसीवी-1, रोटा-1
-ढाई महीने बाद ओरल पोलियो-2, पेंटावेलेंट-2, रोटा-2
-साढ़े तीन महीने बाद ओरल पोलियो-3, पेंटावेलेंट-3, एफआईपीवी-2, रोटा-3, पीसीवी-2
-नौ से 12 माह में मीजल्स-रुबेला 1, जेई 1, पीसीवी-बूस्टर, विटामिन
-16 से 24 माह में मीजल्स-रुबेला 2, जेई 2, बूस्टर डीपीटी, पोलियो बूस्टर, जेई 2