मोतीहारी : राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
प्रोग्रामेटिक मैनेजमेंट ऑफ़ टीबी प्रीवेंटिव ट्रीटमेंट की दी गई जानकारी
पोर्टेबल टीबी मशीन से जाँच अभियान में आएगी तेजी: डॉ संजीव
मोतिहारी। टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत मोतिहारी के एक सभागार में प्रोग्रामेटिक मैनेजमेंट ऑफ टीबी प्रीवेंटिव ट्रीटमेंट (पीएमटीपीटी) को लेकर पूर्वी चम्पारण जिले के प्रभारी चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों का जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ संजीव की अध्यक्षता में एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
इस मौके पर यक्ष्मा पदाधिकारी संजीव ने कहा कि जिले के सभी पीएचसी में टीबी की निःशुल्क जाँच व इलाज की व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है। डॉ संजीव ने कहा कि पोर्टेबल टीबी मशीन से जाँच अभियान में अब तेजी आएगी। उन्होंने बताया कि जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए प्रचार अभियान चलाया जा रहा है।
12 हजार 853 टीबी से संक्रमित
वर्ल्ड विजन संस्था के जिला प्रतिनिधि रामजनम सिंह ने बताया कि जिले में टीबी से संक्रमित 12 हजार 853 मरीज हैं। टीबी मरीजों के 31 हजार 692 परिवार के सदस्यों को टीबी से बचाव को लेकर प्रीवेंटिव ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में 27 हजार 812 संभावित टीबी मरीजों का स्क्रीनिंग किया गया है जिनमें 21 हजार 628 लोगों का एक्स-रे किया जा चुका है।
प्रीवेंटिव दवा सेवन से टीबी रोग से होगा बचाव
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन प्रोग्राम के अंतर्गत मैनेजमेंट ऑफ टीबी प्रीवेंटिव ट्रीटमेंट के बारे में वर्ल्ड विजन स्टेट लीड मोहन कुमार सिंह ने बताया कि वर्ल्ड विजन के जीत कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण में टीबी की पहचान एवं उपचार के तरीके गये। रामजनम सिंह ने बताया कि एलटीबीआई काउंसलर के द्वारा सभी पल्मोनरी टीबी मरीज के घर में जाकर कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग कर वैसे मरीज को चिह्नित किया जा रहा है।
जिनमें एक्टिब टीबी का कोई लक्षण नहीं है। तत्पश्चात वैसे मरीज को टीपीटी से जोड़क़र उन्हें 6 माह आइसोनियाजेड की दवा खिलायी जाती है। ताकि लेटेंट टीबी इंफेक्शन को समाप्त किया जा सके। इस मौके पर जि़ला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार, वर्ल्ड विजन के जिला प्रतिनिधि रामजनम सिंह, सुपरवाइजर जीतेन्द्र कुमार, रंजन कुमार वर्मा, ललित कुमार,अमरेंद्र कुमार अन्य लोग शामिल थे।