डेंगू एवं चिकनगुनिया पर चिकित्सा पदाधिकारियों का हुआ एक दिवसीय प्रशिक्षण
डेंगू के लक्षण दिखने पर देरी न करें, सरकारी अस्पताल में जाँच व इलाज कराए : डॉ हरेंद्र
बरसात में डेंगू का खतरा काफी बढ़ जाता है
बेतिया। जिला प्रतिरक्षण कार्यालय राज ड्योढी में गुरुवार को क्लिनीकल मैनेजमेंट ऑफ डेंगू एंड चिकनगुनिया पर चिकित्सा पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण जिले के वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ हरेंद्र कुमार के निर्देशन में लौरिया के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार द्वारा दिया गया।
डॉ हरेंद्र कुमार ने बताया की आगे ये लोग स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित करेंगे। सभी चिकित्सा पदाधिकारीयों को निर्देशित किया की फॉगिंग सुनिश्चित करें, दवाओं व वार्ड को 24 घंटे एलर्ट मोड पर रखें। आशा कार्यकर्त्ता घर घर घूमकर लोगों को जागरूक करें। डेंगू का 10 केस है। डॉ दिलीप कुमार ने बताया की डेंगू के मच्छर दिन में ही काटते है, इसका लार्वा साफ जल में ही पनपते है।
डेंगू एडीज मच्छर के काटने से होता है। इसके मुख्य लक्षण बुखार लगाना, सर में दर्द होना, लाल लाल शरीर में चकता होना, उलटी होना, प्लेट्लेट्स काउन्ट का कम होना है। ऐसे में यह देखना जरुरी है की डेंगू के लक्षण होने पर तुरंत जाँच व इलाज हेतु सरकारी अस्पताल में मरीज आएं क्योंकि देर होने पर यह खतरनाक हो जाता है। उन्होंने बताया की जिनको पहले से डेंगू हुआ है उन्हें और अधिक सावधानी बरतनी चाहिए।
बरसात में डेंगू का खतरा काफी बढ़ जाता है
मौके पर भीबीडीएस सुजीत कुमार, प्रकाश कुमार ने बताया की बरसात में डेंगू का खतरा काफी बढ़ जाता है । इससे बचाव को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। बिना डाक्टर की सलाह के दवा लेना काफी खतरनाक हो सकता है। जमा पानी में टेमिफोस का छिड़काव डेंगू के लार्वा को मारता है। डेंगू के जाँच किट उपलब्ध है। डेंगू व अन्य मच्छड़ जनित रोग से बचाव के लिए आसपास साफ सफाई रखें व रात में सोते वक्त मच्छरदानी का प्रयोग करें।
मौके पर वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ हरेंद्र कुमार, डॉ दिलीप कुमार, डॉ मिथिलेश कुमार, भीडीसीओ रमेश मिश्रा, प्रशांत कुमार, गणेश कुमार, सुशांत कुमार, भीबीडीएस प्रकाश कुमार, सुजीत कुमार, डॉ मुन्ना, सिफार डीसी सिद्धांत कुमार व अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थें।