नालंदा : बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन के लिए रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के इंस्पेक्टर ने दिया योगदान

— रेलवे ने आरपीएफ के 29 बलों की दी है स्वीकृति, स्वीकृत बल में हवलदार एवं सिपाही भी है शामिल
बिहारशरीफ/अविनाश पांडेय: आरपीएफ, यानी रेलवे सुरक्षा बल, भारतीय रेलवे की संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होती है. वे रेलवे की सुरक्षा, सुरक्षा और संचालन से संबंधित कानून लागू करते हैं। आरपीएफ के मुख्य कार्य में रेलवे संपत्ति की सुरक्षा, यात्रियों की सुरक्षा, टिकट की जांच और अपराधों की जांच शामिल है।
बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन पर रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स यानी आरपीएफ थाना खुलने का रास्ता अब बिल्कुल ही साफ हो गया है. 9 अप्रैल 2025 को आरपीएफ के इंस्पेक्टर स्तर के पदाधिकारी मोहम्मद आलम अंसारी ने अपना योगदान बिहार शरीफ रेलवे स्टेशन के लिए दिया है। इसके साथ ही बेहतर सुरक्षा को लेकर अन्य 29 आरपीएफ के जवान अपना योगदान बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन पर देने वाले हैं.
आरपीएफ थाना भवन निर्माण का कार्य भी निकट भविष्य में शुरू होने वाला है इसके लिए फंड की स्वीकृति दे दी गई है. योगदान देने के बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर मोहम्मद आलम अंसारी ने बताया कि बिहार शरीफ रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के द्वारा पेट्रोलिंग रूट तैयार कर लिया गया है. पेट्रोलिंग रूट में हरनौत होम सिग्नल से लेकर तिलैया होम सिग्नल तक को रेखांकित किया गया है।
इसी तरह अस्थमा नई रेलवे लाइन से सरसा जमालपुर तक एवं दनियामा होम सिग्नल से लेकर चंडी रेलवे स्टेशन तक को शामिल किया गया है। आरपीएफ इंस्पेक्टर ने बताया किआरपीएफ भारतीय रेलवे की संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण संगठन है। वे रेलवे की सुरक्षा, सुरक्षा और संचालन से संबंधित कानून लागू करते हैं। आरपीएफ के मुख्य कार्य में रेलवे संपत्ति की सुरक्षा, यात्रियों की सुरक्षा, टिकट की जांच और अपराधों की जांच शामिल है।