मुजफ्फरपुर। फाइलेरिया रोधी दवाओं की महत्ता को ध्यान में रखते हुए, इस दवा की खुराक से वंचित लोगों के लिए सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के अंतर्गत मॉप अप राउंड की अवधि को बढ़ा दिया गया है। जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने कहा कि 10 फरवरी से 24 फरवरी तक चलने वाले एमडीए के तहत आइडीए कार्यक्रम में सातवें और बारहवें दिन मॉप अप राउंड चलाया जाना था। मॉप अप राउंड की अवधि को 24 फरवरी से बढ़ाकर 2 मार्च तक कर दिया गया है। जिसमें छूटे हुए लोगों को सामने में दवा खिलाई जाएगी।
20 फरवरी तक 57 प्रतिशत लोगों ने खाई दवा
जिला भीबीडीसी पदाधिकारी ने कहा कि जिले में दवा खिलाने का कुल लक्षित आबादी 57 लाख से ज्यादा है। जिसमें 20 फरवरी तक कुल 57 प्रतिशत लोगों को दवा की खुराक खिलाई गई है।
जिसका मर्ज वहीं समझे दर्द
डॉ सतीश ने कहा कि फाइलेरिया को हल्के में लेना काफी नुकसानदायक है। जिसे यह बीमारी है वहीं इसकी भयावहता को समझ रहा होगा। यह ऐसी बीमारी है जो मौत नहीं देती, पर जिंदगी मौत से भी बदतर कर देती है। इसके लक्षण उभरने में देरी होती है, जिसके कारण इस बीमारी का शुरूआत में पता ही नहीं चलता।
इस बीमारी से बचने का एकमात्र उपाय यह सर्वजन दवा सेवन के तहत मिलने वाली दवा की खुराक है। उसमें भी इस बार मुजफ्फरपुर में आइवरमेक्टिन दवा को डीईसी और एल्बेंडाजोल के साथ जोड़ा गया है। आइवरमेक्टिन दवा की कैपिसीटी को और बढ़ा देती है।