सीतामढ़ी: सघन यक्ष्मा जागरूकता एवं खोज अभियान की हुई शुरुआत
-बेहतर कार्य के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य कर्मियों एवम अधिकारियों को किया सम्मानित
सीतामढ़ी। प्रभारी सिविल सर्जन सह संचारी रोग पदाधिकारी डॉक्टर जेड जावेद के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रुन्नीसैदपुर में फीता काटकर सघन यक्ष्मा जागरूकता एवं खोज अभियान जो 23 से 30 सितंबर तक जिले के सभी प्रखंडों के दो-दो पंचायत में चलाया जा रहा है, का शुभारंभ किया गया। उनके द्वारा बताया गया कि यह अभियान कुल 8 दिनों तक जिले के सभी प्रखंडों के दो दो पंचायतों में घर-घर सर्वे कर संदिग्ध यक्ष्मा के लक्षण वाले रोगियों की खोज करने हेतु चलाया जा रहा है। जिसमें संबंधित क्षेत्र की आशा एएनएम, एसटीएस एवं एसटीएलस, बीसीएम, स्वास्थ्य प्रबंधक संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के निर्देशानुसार कार्य करेंगे एवं नए रोगियों की खोज करेंगे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वर्ष 2025 तक सभी पंचायत को टीबी मुक्त किए जाने से संबंधित है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बेहतर कार्य के लिए किया सम्मानित:
डॉ जेड जावेद ने बताया गया कि 17 सितंबर को माननीय स्वास्थ्य मंत्री बिहार सरकार श्री मंगल पांडे के द्वारा सिविल सर्जन डॉक्टर सुरेश प्रसाद, संचारी रोग पदाधिकारी डॉक्टर जेड जावेद, डीईओ सह लेखापाल रंजन शरण, डीपीसी रंजय कुमार सहित जिला के सात वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षक एवं वरीय यक्ष्मा प्रयोगशाला पर्यवेक्षकों को वर्ष 2023 में कुल सात पंचायतो को टीबी मुक्त घोषित किए जाने एवं प्रीजम्पटीभ एग्जामिनेशन रेट में सीतामढ़ी का बिहार राज्य में द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर राज्य स्वास्थ्य समिति पटना बुलाकर प्रशस्ति पत्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया है।
डॉ जावेद ने बताया गया कि वर्ष 2024 में कम से कम 34 पंचायतों को टीबी मुक्त किए जाने हेतु प्रयास किया जा रहा है। जिसमें सभी कर्मियों का सहयोग आवश्यक है। मूल रूप से प्रीजम्पटीभ एग्जामिनेशन रेट बढ़ाना आवश्यक है। जिसके लिए घर-घर सर्वे कर संदिग्ध यक्ष्मा रोगियों का बलगम संग्रह कर नजदीकी डीएमसी में जांच कर पॉजिटिव पाए जाने पर उन मरीजों का इलाज प्रारंभ किया जाना आवश्यक है। साथ ही सरकार द्वारा प्रदत सभी सुविधाओं का लाभ यथा निशुल्क जांच, दवा, निक्षय पोषण योजना अंतर्गत ₹500 प्रति माह दी जाने वाली राशि एवं निश्चय मित्र की सहायता से न्यूट्रीशनल सपोर्ट उपलब्ध कराना, सभी मरीजों का सक्सेसफुल आउटकम, नाट टेस्ट, कांटेक्ट ट्रेसिग आदि मुख्य कार्य है।
सघन यक्ष्मा जागरूकता एवं खोज अभियान कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक, डीईओ सह लेखापाल रंजन शरण, डीपीसी रंजय कुमार, एसटीएस रंजीत शाह एसटीएलएस गिरींद्र मोहन मिश्रा सहित सभी कर्मी उपस्थित थे।