सीतामढ़ी। टीबी रोगियों की अधिक से अधिक पहचान कर उनका उपचार करने के लिए 10 जनवरी से टीबी के सक्रिय रोगियों की खोज की जाएगी। यह खोज 23 जनवरी तक चलेगी। टीबी की खोज के लिए टास्क फोर्स की बैठक शनिवार को सदर अस्पताल में हुई। जिसमें सिविल सर्जन, डीपीएम, सीडीओ, एसटीएलएस समेत सभी ब्लॉक के एमओआईसी, बीएचएम और बीसीएम ने भाग लिया। बैठक में सिविल सर्जन डॉ सुरेश चंद्र लाल ने कहा कि टीबी के सक्रिय रोगियों की खोज वर्ष में दो बार होती है। 10 जनवरी से 14 दिनों तक जिले में टीबी के सक्रिय मरीजों की खोज होगी। जिसमें स्क्रीनिंग के आधार पर उनका माइक्रोस्कोपिक तथा एक्स रे के द्वारा जांच किया जाएगा।
कुल जनसंख्या के 15 प्रतिशत की होगी स्क्रीनिंग
सीडीओ डॉ मुकेश कुमार ने कहा कि विभाग अपने संस्थान के अंदर कुल जनसंख्या के 15 प्रतिशत लोगों को चिन्हित कर संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग करेगी। स्क्रीनिंग किए गए मरीजों में से लगभग दो प्रतिशत का बलगम या एक्स रे जांच कर लगभग 3 प्रतिशत नए टीबी रोगियों की पहचान की जानी है। इसमें से विशेष तौर पर दूर दराज के क्षेत्र, पत्थर के चिप्स काटने वाले मजदूर, उच्च कुपोषण से ग्रसित क्षेत्र, एचआईवी से ग्रसित लोग, वृद्धा आश्रम और स्लम एरिया में टीबी के सक्रिय रोगियों की खोज की जाएगी।
एक ब्लॉक में प्रतिदिन होगी 250 लोगों की स्क्रीनिंग
सीडीओ ने कहा कि आशा कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता की दो सदस्यीय टीम टीबी बीसीएम या अपने सहयोगी वरिष्ठ अधिकारियों के सहयोग से अपने क्षेत्र में प्रतिदिन 50 घर या 250 लोगों की स्क्रीनिंग करेगी। नए टीबी मरीज को नोटिफाई करने पर टीम को पांच सौ रुपए की प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। प्रखंड स्तरीय मॉनिटरिंग हेतु प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा टीम का गठन किया जाएगा। सभी प्रखंडों में इसके लिए तकनीकी उपकरण तथा आइईसी मटेरियल उपलब्ध करा दी गयी है।
टीबी से ठीक होने की दर 2022 में 78 प्रतिशत रही
डॉ मुकेश ने बताया कि टीबी के उपचार की पूरी व्यवस्था जिले में मौजूद है। पिछले नवंबर तक हमने नए टीबी रोगियों की खोज में अपना 85 प्रतिशत पूरा कर लिया था। बीच में तकनीकी कारणों से टीबी नोटिफिकेशन में कुछ कमी आयी, जिसे हमने इस माह में पूरा करने का ठाना है। वर्ष 2022 में कुल 6100 टीबी मरीज नोटिफाई किए गए। इस अनुसार प्रत्येक महीने में पब्लिक सेक्टर से 203 तथा प्राइवेट सेक्टर से 176 टीबी मरीज नोटिफाई किए गए। बैठक में सिविल सर्जन डॉ सुरेश चंद्र लाल, डीपीएम अशित रंजन, सीडीओ डॉ मुकेश कुमार, रंजन शरण, सभी एसटीएलएस, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीएचएम,बीसीएम तथा अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।