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बेतिया : अस्पताल उपाधीक्षक डॉ ए के तिवारी बने निक्षय मित्र, 10 टीबी मरीजों को लिया गोद 

ख़ुशी डायग्नोसिस के मो. नुरैन और असमतारा बेगम ने भी 2 मरीजों को लिया गोद 

निक्षय मित्र अगले छः महीने तक गोद लिए मरीजों को उपलब्ध कराएंगे पोषण पोटली 

टीबी मरीजों को नि:शुल्क मिलती हैं दवाएँ मगर पौष्टिक आहार जरुरी: डॉ रमेश चंद्रा 

बेतिया। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान के तहत बगहा अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अशोक कुमार तिवारी टीबी मरीजों की सहायता को आगे आए हैं। उन्होंने निक्षय मित्र बनते हुए 10 टीबी मरीजों को गोद लेकर छः माह तक पोषण सामग्री देने हेतु भारत सरकार के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया है। वहीं ख़ुशी डायग्नोसिस के मो. नुरैन व असमतारा बेगम ने भी 2-2 मरीजों को गोद लिया है।

अनुमण्डलीय अस्पताल में टीबी मरीजों की जाँच व दवा देने के मौके पर डॉ ए के तिवारी ने बताया कि टीबी के कारण रोगी व्यक्ति का इम्यून सिस्टम काफी कमजोर हो जाता है। इससे सुरक्षित रहने के लिए दवा सेवन के साथ ही संतुलित आहार का सेवन भी जरूरी होता है। कमजोर वर्ग के मरीजों को पोषण सम्बन्धित सहयोग करना जरुरी होता है ताकि वे जल्द टीबी के बीमारी से बच सकें।

सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर जाँच व इलाज होता है मुफ्त

अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ रमेश चंद्रा ने बताया कि जिले के सभी 18 प्रखंडों के सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर टीबी मरीजों का इलाज होता है। 2 हफ्ते से ज्यादा समय से खांसी, बलगम के साथ बुखार जैसे लक्षण होने पर टीबी का जाँच व इलाज के साथ मुफ्त दवाएं दी जाती हैं।

उन्होंने बताया कि टीबी मरीजों को इलाज के दौरान हर माह 1000 रुपए उनके खाते में भेजी जाती है। ताकि वे दवाओं के साथ पौष्टिक आहार का सेवन कर सकें। उन्होंने बताया कि निक्षय पोषण योजना केंद्र सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं में से एक है।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विभिन्न सामाजिक संगठनों और लोगों से अनुरोध किया है कि टीबी के मरीजों को पौष्टिक आहार देने हेतु आगे आएँ औऱ उन्हें गोद लेकर 6 माह तक उनके लिए पौष्टिक आहार में भूना चना, सत्तू, सोयाबिन, गुड़, मूंगफली, बिस्किट आदि खाद्य पदार्थो की पैकेट सूची के अनुसार वितरण करें।

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