मोतिहारी। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत सदर अस्पताल, मोतिहारी सदर प्रखंड के स्वास्थ्य केन्द्रों समेत कई स्वास्थ्य केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जाँच की गई। जिले के सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार व डीएस डॉ एस एन सिंह ने बताया कि सदर अस्पताल मोतिहारी के साथ ही जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बुधवार को गर्भवती महिलाओं की प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच की गई। उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में महिला चिकित्सकों द्वारा 70 से अधिक महिलाओं की स्वास्थ्य जाँच की गई। इस दौरान उनका वजन, बीपी, एचआईवी, ब्लड शुगर, एफएचएस व अन्य जाँच की गई। उन्होंने बताया कि गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित प्रसव के लिए सही समय पर ये सभी जाँच कराना चाहिए, साथ ही चिकित्सक से सलाह अवश्य लेनी चाहिए, ताकि जच्चा बच्चा दोनों सुरक्षित रहें।
उचित पोषण के साथ ही एनीमिया के प्रति सावधानी जरूरी
सीएस डॉ. अंजनी कुमार ने बताया कि खासकर गर्भवती महिलाओं में गर्भावस्था में खून की कमी होती है, इसलिए उचित पोषण के साथ एनीमिया से बचाव को आयरन की गोली का सेवन आवश्यक है। एनीमिया के खतरों से बचने के लिए हीमोग्लोबिन की जांच कराना जरूरी है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, विश्व में 30 प्रतिशत महिलाएं एनीमिक हैं जबकि भारत में 60 से 70 प्रतिशत तक महिलाएं एनीमिया की शिकार हैं।
गर्भावस्था के दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए
डीएस डॉ एस एन सिंह ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान एनीमिया होने पर महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। खून की कमी है, तो उसे आयरन की गोली दी जाती है। एनीमिया से बचने के लिए गर्भवती महिला को समय से भोजन करना चाहिए। भोजन के साथ फल, हरी सब्जियां, दालें व पोषक तत्व युक्त आहार लेना चाहिए, ताकि वह स्वस्थ रहें।
उचित खानपान का दिया गया परामर्श
महिला चिकित्सक डॉ सुधा कुमारी, डॉ सुरुचि कुमारी, ने उचित खानपान के साथ ही आयरन, कैल्शियम दवाओँ को खाने का परामर्श दिया। गर्भवती महिलाओं को एनीमिया से बचने के लिए लौह तत्व युक्त हरी पत्तेदार साग-सब्जी, फल, दूध, अंडा मांस-मछली, चुकंदर, केला, मौसमी आदि फल खाने की बातें बताई।