
पटना। बिहार विधान परिषद के उप सभागार में THE TEACHER FUTURE MAKERS संस्था द्वारा आयोजित राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान समारोह 2025 में गोपालगंज जिले के 13 उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन सरकारी शिक्षकों को दिया गया, जिन्होंने ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देकर बच्चों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की और शिक्षा के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया।
यह गौरवशाली अवसर गोपालगंज जिले के लिए अत्यंत ही सम्मानजनक रहा, जहां के शिक्षकों ने न केवल अपने विद्यालय स्तर पर बल्कि राज्य स्तरीय मंच पर भी अपनी पहचान बनाई। सम्मान समारोह में शामिल सभी शिक्षक व्हाट्सएप समूह, यूट्यूब, गूगल क्लासरूम एवं अन्य ऑनलाइन माध्यमों से बच्चों को पढ़ाने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। इन शिक्षकों की सक्रियता ने कोरोना काल से लेकर अब तक ऑनलाइन शिक्षा को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सम्मानित शिक्षकों की सूची इस प्रकार है:
- रंजन कुमार दास – उत्क्रमित उर्दू मध्य विद्यालय शाहबाजवा, थावे
- नीलम कुमारी – मध्य विद्यालय छपिया, हथुआ
- इंदु कुमारी मिश्रा – उच्च विद्यालय सीरिसिया, कुचायकोट
- सत्यप्रकाश यादव – मध्य विद्यालय करवतही, कुचायकोट
- जितेंद्र कुमार महतो – उच्च माध्यमिक विद्यालय मझवालिया, विजयीपुर
- मोनिका कुमारी – उ. मध्य विद्यालय लुहसी, ऊंचकागांव
- उपेंद्र कुमार यादव – उ. मध्य विद्यालय सिंगहा, हथुआ
- शैलेश कुमार – उत्क्रमित मध्य विद्यालय सलोना, बरौली
- नीलम कुमारी – यूएमएस सलोना, बरौली
- पूनम निषाद – एमएस जलालपुर, कुचायकोट
- प्रदीप कुमार रवि – उत्क्रमित मध्य विद्यालय तड़वा खास, फूलवरिया
- श्याम देव मांझी – यूएमएस पासरमा, गोपालगंज
- नाज़ हुसैन – यूएमएस नरकटिया हिंदी, ऊंचकागांव
इन सभी शिक्षकों ने ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से बच्चों को निरंतर जोड़े रखा, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में जहां संसाधनों की कमी एक बड़ी चुनौती है। इनकी इस पहल ने जिले के अन्य शिक्षकों को भी प्रेरित किया है। विद्यालय स्तर पर पहले से ही इन शिक्षकों को सम्मान मिल चुका है, और अब राज्य स्तरीय मंच पर उन्हें पहचान मिलना जिले के लिए अत्यंत गौरव की बात है।
सम्मान समारोह में उपस्थित अतिथियों ने इन शिक्षकों की सराहना की और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को प्रेरणास्रोत बताया। इस अवसर पर शिक्षक रंजन कुमार दास ने कहा, “यह सम्मान न केवल मेरा बल्कि गोपालगंज जिले के हर शिक्षक का है, जो अपने प्रयासों से बच्चों को बेहतर शिक्षा देने में लगे हैं।”
यह उपलब्धि पूरे गोपालगंज जिले के लिए एक मिसाल है और यह उम्मीद की जा रही है कि आगे भी शिक्षक समुदाय इसी तरह नए कीर्तिमान स्थापित करता रहेगा।
