मोतीहारी : आभा कार्ड बनाने में राज्य में तीसरे स्थान पर पूर्वी चम्पारण
जिले में 10 लाख 89 हजार 866 लोगों का बना आभा कार्ड
अब मरीजों की पुरानी बीमारी, जांच रिपोर्ट और दवाओं की जानकारी मिलेगी एक ही क्लिक पर
मोतिहारी। अब राज्य के साथ साथ जिले के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं डिजिटल हो रहीं हैं। अब किसी भी मरीज की पुरानी बीमारी, जांच रिपोर्ट और दवाओं की जानकारी एक क्लिक पर आपके सामने होगी। आभा डिजिटल कार्ड बनाने में राज्य में तीसरे स्थान पर पूर्वी चम्पारण जिला का स्थान आया है।
इस सम्बन्ध में जिले के अनुश्रवण पदाधिकारी अमानुल्लाह अमन ने बताया कि जिले में 10 लाख 89 हजार 866 लोगों का आभा कार्ड बनाया जा चुका है। उन्होंने बताया डिजिटल स्वास्थ्य सुविधा का लाभ अब आपके मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के माध्यम से आसानी से मिल सकेगी। यह एक पेपरलेस तकनीक है। उन्होंने बताया कि मरीजों की आभा आईडी से मरीजों की जिंदगीभर के उपचार, जांचों की रिपोर्ट, दवाएं, ब्लड ग्रुप की जानकारी उपलब्ध हो रही है।
डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत सरकार आम जनमानस को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दे रही हैं। इसके तहत प्रत्येक मरीज की डिजिटल हेल्थ आईडी बनाई जा रही है।
आभा डिजिटल कार्ड कैसे बनाएं
जिले के अनुश्रवण पदाधिकारी अमानुल्लाह अमन ने बताया कि आभा स्वास्थ्य आईडी आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस का उपयोग करके 14 अंकों की संख्या जेनरेट की जा सकती है। पंजीकरण करने के लिए, उपयोगकर्ताओं को healthid.ndhm.gov.in पर जाना होगा और ‘आभा नंबर बनाएं’ पर क्लिक करना होगा।
इसके बाद आपको मौजूदा नंबर दर्ज करना होगा। इसके बाद ओटीपी सत्यापन होगा। उपयोगकर्ताओं को अपना नाम, लिंग, जन्म तिथि, मोबाइल नंबर और ईमेल पता सहित विवरण भरना होगा। आभा हेल्थ कार्ड यूजर्स को डिजिटली फ्री एक्सेस देता है।
इसके तहत कहीं भी इलाज कराने जाते हैं तो आपको अपने इलाज के पुराने कागज और बीमारी के बारे में डॉक्टर से बताने की आवश्यकता नहीं होगी। वह आपका हेल्थ कार्ड देखकर ही जान सकेंगे कि आपने पहले किन चीजों का कहां-कहां इलाज कराया और आपकी स्थिति कैसी है। स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं के लाभ के तहत कोई भी व्यक्ति आभा कार्ड बनवा सकता है।