सीतामढ़ी : दवा खाकर जिलाधिकारी ने किया एमडीए अभियान का उद्घाटन
नारियल फोड़कर बूथ का किया गया उद्घाटन, प्रतिकूल प्रभाव पर घबराएं नहीं
सीतामढ़ी। फाइलेरिया बचाव के लिए एमडीए अभियान की शुरुआत शनिवार को जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा ने दवा खाकर की। जिलाधिकारी ने बताया कि फाइलेरिया गंभीर बीमारी है। इससे बचने का एकमात्र रास्ता साल में एक बार एमडीए के दवाओं का सेवन है।
पिछले वर्ष जिले में एमडीए अभियान के अंतर्गत 88 प्रतिशत का कवरेज हुआ था। इसके बावजूद हमें और 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी करनी होगी। एक प्रतिशत भी अगर कवरेज छूटता है तो उनकी वजह से बाकी लोगों में संक्रमण हो सकता है। जन जन तक यह संदेश देना जरूरी है कि एक भी व्यक्ति न इस दवा से वंचित न रहे।
नाईट ब्लड सर्वे के दौरान बनाए गए सत्रों और फाइलेरिया क्लिनीक चलाए जा रहे क्षेत्रों में विशेष रूप से इस अभियान के चलाने की जरूरत है। वहीं जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ रविन्द्र यादव ने कहा कि इस दवा के प्रतिकूल प्रभाव से घबराना नहीं है। जिनमें माइक्रोफाइलेरिया होते हैं उनमें ही मामूली प्रतिकूल प्रभाव देखे जाते हैं।
रैली में शामिल हुए जिलाधिकारी
उद्घाटन के दौरान जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा, डीएमओ डॉ रविन्द्र यादव सहित अन्य लोगों ने डुमरा में सड़कों पर रैली निकाली । रैली में फाइलेरिया को दूर भगाने व उन्मुलन के नारे भी लगे। डॉ रविन्द्र यादव ने बताया कि जिलाधिकारी ने नारियल फोड़कर भीबीडीसी कार्यालय में बूथ का आरंभ किया।
अभियान के पहले तीन दिन स्कूलों तथा सरकारी अस्पताल में बूथ लगाकर तथा अन्य 14 दिनों तक घर घर जाकर लोगों को दवा खिलाई जाएगी। मौके पर जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा, सीएस, डीएमओ, डीपीएम सहित अन्य लोग मौजूद थे।